जवानों पर हमला मामले में 100 पर प्राथमिकी
ललमटिया : कोयला चोरी पर रोक लगाने के दौरान सीआइएसएफ जवानों पर हमला करने के मामले में पुलिस ने बुधवार को 100 अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की। पुलिस आरोपियों की पहचान में जुट गयी है। जानकारी के अनुसार, मंगलवार दोपहर सीआइएसएफ के जवानों ने अवैध रूप से कोयला बीनने वाले ग्रामीणों को खदेड़ने का प्रयास किया था। जिसके जबाव में ग्रामीणों ने दो जवान पर हमला कर बुरी तरह से घायल कर दिया था। बताया जाता है कि दो दिनों से यह तनाव चला आ रहा था। लोगों ने सबक सिखाने की योजना तैयार की। दोपहर को बड़ी संख्या में लोग रेलवे लाइन से सटे गहरे नाले में छुपकर बैठ गए। जब जवानों ने लोगों को भगाने का प्रयास किया तो अचानक हमला बोल दिया। जवान पहले तो अपने बचाव के लिए हाथ पांव चलाए, पर बात बढ़ने के बाद चार राउंड हवाई फायरिंग करनी पड़ी। इसके बाद लोगों को वहां से भागना पड़ा। जवानों ने सूझबूझ का सहारा नहीं लिया होता तो बड़ी घटना हो सकती थी। थाना प्रभारी संजय कुमार का कहना है कि जवानों की ओर से दर्ज कराई गई प्राथमिकी में सौ से ज्यादा अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया गया है। छानबीन की जा रही है। आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
कमांडेंट ने किया कैंप का दौरा
हमले की जानकारी मिलने के बाद बुधवार को सीआइएसएफ कमांडेंट ने ललमटिया कैंप क दौरा किया। घायल जवानों का हालचाल लेने के बाद स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने धैर्य से काम लेने के लिए जवानों की प्रशंसा करते हुए पुरस्कृत करने की भी अनुशंसा की। कमांडेंट ने एसपी व डीआईजी को घटना की अद्यतन स्थिति से अवगत कराया।
ललमटिया कैंप के एसी व कमांडेंट के बीच हुई बैठक के बाद सेलो स्थित रेलवे साईडिंग पर अब सीआइएसएफ की लगातार ड्यूटी रहेगी। एक वरीय पदाधिकारी ने बताया कि परियोजना प्रबंधन से इस जगह पर दीवार खड़ी करने व बाढ़ लगाने के लिए लिखा गया है। यदि इस पर प्रबंधन कोई ठोस कार्रवाही नहीं करता है तो सीआइएसएफ यहां की सुरक्षा की जिम्मेवारी नहीं लेगी।