बदहाल सिंचाई व्यवस्था पर फूटा आक्रोश
गोड्डा : सिंचाई के लिए 70 के दशक में करोड़ों की लागत से बनी अंबा नहर जनप्रतिनिधि की उपेक्षा के कारण बेकार पड़ी है। परिणामस्वरूप पथरगामा और बसंतराय प्रखंड के किसानों को खेतों की सिंचाई में परेशानी आ रही है। इस बार क्षेत्र की जनता ने उसी प्रत्याशी को वोट देने का मन बनाया है जो सिंचाई सुविधा मुहैया कराने का वादा करे। फुलवड़िया निवासी राजेश बेसरा ने कहा कि क्षेत्र की अधिकांश आबादी कृषि पर निर्भर है। बावजूद किसी में जन प्रतिनिधि सिंचाई की ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं। उपेक्षा के कारण अंबा तक बनी नहर में भी पानी नहीं पहुंचा है। अंबा के अनिल मंडल का कहना है कि सिंचाई सुविधा बहाल करने के उद्देश्य से स्व. हेमंत कुमार झा के प्रयास से अंबा बहियार तक नहर खुदाई की गयी। लेकिन जिला प्रशासन व जनप्रतिनिधि की उपेक्षा के कारण अब नहर भी क्षतिग्रस्त हो गई। इसलिए हमें यह सोच समझकर ही निर्णय लेना होगा कि किसे वोट देंगे। कपिलदेव सिंह का कहना है कि जो प्रतिनिधि क्षेत्र में सिंचाई की व्यवस्था बहाल करने का भरोसा दिलाये और अंबा नहर सहित तालाबों को जीर्णोद्धार कराएगा उसे ही इस क्षेत्र की जनता का समर्थन मिलेगा। वासुदेव कुमार का कहना है कि जब गंगा से पंप के जरिए नहर में पानी आ सकता है तो फिर अंबा नहर में सिंचाई लायक पानी क्यों नहीं आ सकता है। यही बात जन प्रतिनिधि से करेंगे और भरोसा होने पर ही उसके पक्ष में मतदान करेंगे।