घायल बच्चे की मौत पर भड़का जनाक्रोश
गिरिडीह : दो दिन पूर्व गिरिडीह-मधुपुर रेलवे पुल से नीचे गिरे सात वर्षीय बच्चे की मौत मंगलवार की रात
गिरिडीह : दो दिन पूर्व गिरिडीह-मधुपुर रेलवे पुल से नीचे गिरे सात वर्षीय बच्चे की मौत मंगलवार की रात दो बजे रांची के रिम्स में हो गई। इससे आक्रोशित सैकड़ों लोगों ने रेलवे स्टेशन से हाथों में बैनर लेकर विरोध-प्रदर्शन किया। लोग उक्त पथ पर रेलवे पुल के बगल में पाठकहीर से गरहाटांड़ तक पुल बनाने की मांग कर रहे थे। लोगों को कहना था कि कोई पुल नहीं रहने से उस पार के लोगों को पैदल या साईकिल से आने के लिए रेलवे पुल से होकर जाना पड़ता है जहां हर वक्त खतरा बना रहता है। इसकी मांग ग्रामीण काफी दिनों से करते आ रहे हैं। जुलूस में वार्ड सदस्या के अलावा शंकर मरीक, बैजू मरीक, वीरेंद्र कुमार, द्वारिका मरीक, दिलीप दास, सुरेंद्र कुमार के अलावा कई लोग शामिल थे।
दो दिन पूर्व घटी घटना से लोगों में आक्रोश : सोमवार की शाम गिरिडीह से ट्यूशन पढ़कर अपने अन्य साथियों के साथ पाठकहीर के राजू तांती का पुत्र सात वर्षीय संदीप कुमार पुल पर से होकर वापस अपने घर जा रहा था। इसी क्रम में वह पुल से नीचे गिरकर धायल हो गया। उसे स्थानीय स्तर पर इलाज कराने के बाद चिकित्सकों ने रांची के रिम्स रेफर कर दिया था। इस घटना के विरोध में तत्काल ग्रामीण रेलवे लाइन पर काफी संख्या में बैठ गए और विरोध जताने लगे। इतना ही नहीं उनलोगों ने उस स्थान पर रेल को भी रोकने का काम किया था जिससे वह ट्रेन वहां काफी देर रुकी रही। इस दौरान लोग रेलवे प्रशासन, सांसद, विधायक और स्थानीय मुखिया के विरुद्ध भी नारेबाजी कर रहे थे।
विधायक ने दिया पुल बनाने का भरोसा : ग्रामीण पूरे शहर का भ्रमण करने के बाद स्थानीय विधायक निर्भय कुमार शाहाबादी के आवास पर गए और नारेबाजी करने लगे। तब विधायक उनके बीच आए और उनकी मांगों को सुन कहा कि उक्त स्थल पर पुल बनाने के लिए वे पहले भी वर्ष 2015 में इसकी आवाज सदन में उठा चुके हैं। उस वक्त यह पुल का काम किसी तकनीकि कारण से शुरू नहीं हो सका। कहा कि इस बार वे उसी पुल को बनाने की अनुशंसा करेंगे। उन्होंने तत्काल उसी स्थल पर विभाग के कार्यपालक अभियंता, सहायक अभियंता एवं कनीय अभियंता आदि को बुलाया और उसपर कार्य शुरू करने के लिए तैयारी करने को कहा। कहा कि वे गुरुवार को गरहाटांड़ जाकर स्थल का चयन करेंगे और उसे रांची भेज देंगे। इस दौरान उनके साथ हबलू गुप्ता, दीपक स्वर्णकार, विजय ¨सह, राजेश कुमार शर्मा, संत कुमार लल्लू, संजय ¨सह समेत कई अन्य लोग भी थे। इसके पहले उक्त बच्चे का निधन होने के बाद उसके अभिभावक और कुछ ग्रामीण विधायक से व्यक्तिगत रूप से मिले थे जिसमें उन्होंने इसके लिए सहायता के रूप में कुछ राशि उन्हें अपनी ओर से दी थी।