डीसी ने कार्यपालक पदाधिकारी को लगाई फटकार
गिरिडीह : शहर के करीब पौने दो लाख लोगों को पेयजल आपूर्ति करने की जिम्मेवारी नगर परिषद
गिरिडीह : शहर के करीब पौने दो लाख लोगों को पेयजल आपूर्ति करने की जिम्मेवारी नगर परिषद को है। नप की ओर से इसके लिए खंडोली, चैताडीह एवं महादेव तालाब में फिल्टर प्लांट लगाया गया है। इसके बावजूद लोगों को पानी की आपूर्ति नगर परिषद नहीं कर पा रहा है। नप सही से बिजली की आपूर्ति नहीं होने की बात कह हमेशा अपना पल्ला झाड़ लेता है। शास्त्री नगर, पचंबा, कर्बला रोड, कल्याणडीह, भवानी चौक, पेठियाटांड़ समेत लगभग सभी क्षेत्रों में पानी की घोर किल्लत है। पेयजल संकट के विकराल रुप को देखते हुए डीसी उमाशंकर ¨सह ने गुरुवार को नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी राजीव मिश्रा ने कड़ी फटकार लगाई है। डीसी ने कार्यपालक पदाधिकारी को जलापूर्ति व्यवस्था तत्काल दुरूस्त करने का निर्देश दिया है। डीसी ने कहा है कि बिजली संकट की बात कह अपनी अक्षमता छुपाने की कोशिश नहीं करें। लोगों का कहना है कि इसके लिए जब नप से आग्रह किया जाता है, तो यही कहा जाता है कि बिजली नहीं रहने के कारण लोगों को पानी नहीं दे पा रहे हैं।
नप की मानें तो इस समस्या से निजात दिलाने के लिए ठेकेदार की तरफ से खंडोली में एक जेनरेटर सेट भी डेढ़ माह पूर्व लगाया गया था। उस डीजी को अभी तक चालू नहीं किए जाने के कारण इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। इस सबंध में कार्यपालक पदाधिकारी राजीव कुमार मिश्र ने कहा कि उक्त डीजी सेट ठेकेदार की तरफ से लगाया गया है। उसमें नप का एक पैसा भी खर्च नहीं हुआ है। हां, यथासंभव सहयोग जरूर किया जा रहा है, क्योंकि इसके चालू होने से यहां के लोगों को ही फायदा होना है। इसके लिए संबंधित अभियंता को बुलाया गया है। दो-चार दिनों में उसे चालू कर दिया जाएगा, इसके बाद बिजली नहीं रहने के बाद भी लोगों को पानी की आपूर्ति की जाएगी।