असामाजिक तत्वों की तैयार हो रही कुंडली
गिरिडीह : पर्दे के पीछे रहकर समाज में अशांति फैलाने वालों की अब खैर नहीं। जिला प्रशासन ऐसे असामाजिक
गिरिडीह : पर्दे के पीछे रहकर समाज में अशांति फैलाने वालों की अब खैर नहीं। जिला प्रशासन ऐसे असामाजिक तत्वों की पंचायत स्तर पर सूची तैयार करा रहा है। गुंडा रजिस्टर की तर्ज पर यह सूची तैयार हो रही है। इस सूची में दागी और सफेदपोश दोनों ही तरह के लोगों को रखा जाएगा। जिले के सभी डीएसपी को इस सूची को तैयार कर 25 जुलाई तक डीसी को सौंपने का निर्देश दिया गया है। 26 जुलाई को विधि व्यवस्था पर आयोजित विशेष बैठक में इस सूची पर मुहर लगेगी।
डीसी उमाशंकर ¨सह ने बताया कि भीड़ अब जिस तरह से अचानक उग्र होकर गलत कदम उठा रही है, उसे रोकने व कार्रवाई करने में यह सूची काफी मददगार होगी। पंचायत स्तर पर ऐसे लोगों को बैठाकर समझा दिया जाएगा कि कहीं भी विधि व्यवस्था पर संकट पैदा हुआ तो उन्हें जेल भेज दिया जाएगा। अचानक भीड़ के उग्र होकर कार्रवाई करने से प्रशासन के पास उसे रोकने का समय कम होता है। इस कारण ऐसे लोगों की सूची पहले से ही तैयार की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस तरह की अप्रिय स्थिति को रोकने में सिविल सोसाइटी एवं जनप्रतिनिधि काफी अग्रणी भूमिका निभा सकते हैं। आपस में बैठकर दोषी लोगों को सामाजिक रूप से दंडित किया जा सकता है। साथ ही उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे कानून हाथ में न लें। कहीं यदि किसी की धार्मिक भावना आहत होती है तो वे प्रशासन पर विश्वास कर सूचना दें। प्रशासन निष्पक्षता के साथ त्वरित कार्रवाई करेगा।
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पंचायत सचिवालयों का वरीय अधिकारी करेंगे औचक निरीक्षण
डीसी उमाशंकर ¨सह ने बताया कि जिले के 358 पंचायत सचिवालयों में 262 बनकर तैयार है। पंचायत सचिवालयों को संसाधनों से युक्त करने के लिए पैसे का अभाव नहीं है। सभी मुखिया, पंचायत सेवक, रोजगार सेवक को नियमित रूप से पंचायत सचिवालय में बैठना होगा। 31 जुलाई तक सभी को समय दिया गया है। एक अगस्त से वरीय अधिकारियों की टीम पंचायत सचिवालयों का औचक निरीक्षण करेंगे। सचिवालय में मौजूद नहीं रहने पर मुखिया समेत सभी पर कार्रवाई की जाएगी।