अवैध खान हादसा के लिए प्रबंधन-प्रशासन दोषी
गिरिडीह :पूर्व मंत्री सह ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के सदस्य केएन त्रिपाठी एवं पूर्व सांसद डॉ. सरफराज
गिरिडीह :पूर्व मंत्री सह ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के सदस्य केएन त्रिपाठी एवं पूर्व सांसद डॉ. सरफराज अहमद ने कहा कि रविवार को हुए माइंस धंसान में मारे गए सभी पांच लोगों के परिजनों को पांच पांच लाख रुपए मुआवजा और एक-एक आश्रितों को सरकार नौकरी दे। नेताद्वय सोमवार को अपनी टीम के साथ सीसीएल क्षेत्र बनियाडीह क्षेत्र अंतर्गत कबरीबाद माइंस एवं सिमरिया धौड़ा पहुंचे, जहां उन मृतकों के परिजनों से मुलाकात कर घटना की जानकारी ली। उन्होंने उन परिवारों को ढ़ांढस बंधाया। त्रिपाठी एवं सरफराज ने इस घटना के लिए सीसीएल प्रबंधन एवं स्थानीय प्रशासन को दोषी माना। कहा कि सीसीएल के लीज इलाके में समानांतर खदान चले और प्रबंधन को मालूम नहीं हो, यह हो नहीं सकता। साथ ही बिना पुलिस व प्रशासन के सहयोग से यह धंधा चल नहीं सकता। नेताद्वय ने कहा कि सरकार द्वारा बेरोजगारों को रोजगार मुहैया नहीं कराने के अलावा स्थानीय उद्योगों में भी काम नहीं दिए जाने का यह नतीजा है कि ऐसे बेरोजगार मजबूरीवश खदानों में से कोयला निकालकर अपनी जीविका चलाने का काम करते हैं। कहा कि सीसीएल अपनी नीति में बदलाव लाकर ऐसे लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने का काम करे। यह भी कहा कि स्थानीय उद्योगों, व्यवसायों व अन्य संगठनों में पहले इस जिले के लोगों को काम उपलब्ध हो, ऐसी मांग वे यहां के प्रशासन एवं सरकार से कर रहे हैं। पूर्व सांसद सरफराज अहमद ने कहा कि ऐसे मुद्दों को उनकी पार्टी उठाती रही है पर वर्तमान सरकार इस पर चुप्पी साध लेती है। कहा कि आगे भी वे लोग इसे लेकर आंदोलन करेंगे, जिसकी रूपरेखा तैयार की जाएगी। इस अवसर पर पार्टी के जिलाध्यक्ष नरेश वर्मा, प्रदेश प्रतिनिधि नरेंद्र सिन्हा छोटन, राकोमसं नेता एनपी ¨सह बुल्लू, सतीश केडिया, अशोक विश्वकर्मा, कृष्णा ¨सह, सुकर पासी, सीताराम पासवान, मो. ताजुद्दीन, नदीम अख्तर आदि उपस्थित थे।
परिजनों को मिलेगी वृद्धा पेंशन व सहयोग राशि : माइंस धंसान में मारे गए सभी पांच लोगों के परिजनों को 20-20 हजार रुपए, अनाज व पेंशन दिया जाएगा। उक्त जानकारी पूर्व मंत्री के एन त्रिपाठी ने देते हुए कहा कि उन्होंने इस संबंध में दूरभाष पर डीसी से बात की तो डीसी ने इसके लिए हामी भर दी। कहा कि यह सारे चीज दो से तीन दिनों के अंदर भुक्तभोगियों के परिजनों तक पहुंचा दिए जाएंगे।