तीन दिनों के बाद भी नहीं मिली सरकारी मदद
गावां (गिरिडीह) : बेलाखुटा पहाड़ी पर अवैध माइका खदान में चाल धंसने से हुई तीन लोगों की मौत के तीन द
गावां (गिरिडीह) : बेलाखुटा पहाड़ी पर अवैध माइका खदान में चाल धंसने से हुई तीन लोगों की मौत के तीन दिन बाद भी प्रशासन की ओर से कोई मदद पीड़ित परिवारों को नहीं मिली है। निहायत गरीब परिवार होने के बाद भी अब तक किसी से कोई मदद नहीं मिलना कई सवाल पैदा कर रहा है।
बता दें कि उक्त घटना में रविवार दोपहर तीन बजे के करीब माइका की अवैध खदान में चाल धंस गई थी, जिसमें जब्दी गांव निवासी कामेश्वर चौधरी के बेटा व बेटी तथा इसी गांव के खुशरू चौधरी की 15 वर्षीय पुत्री की मौत हो गई थी। दूसरे दिन उपायुक्त के आदेश पर जिला खनन पदाधिकारी विभूति प्रसाद, खोरीमहुआ एसडीओ रविशंकर विद्यार्थी, एसडीपीओ प्रभात रंजन बरवार, गावां सीओ मोनी कुमारी खदान पहुंच कर घटना की जांच की थी, लेकिन पीड़ित परिवारों के घर कोई भी प्रशासनिक पदाधिकारी हाल चाल लेने तक नहीं पहुंचे। कोई नेता भी पीड़ित परिवार से मिलने नहीं पहुंचा।
घटना में मारे गए लोगों के घर में तीन दिनों से चूल्हा नहीं जला है। जवान बेटे व बेटी की मौत के बाद मृतक की मां जसवा देवी व पिता कामेश्वर चौधरी ने तीन दिन से कुछ नहीं खाया है। घर के बच्चों के लिए अगल-बगल से खाने का सामान भेजा गया, लेकिन परिजनों को वह भी नहीं भा रहा है। खाने का मन भी करे तो कैसे घर के एक कोने में मृत शंकर चौधरी की विधवा अपने सात माह के बच्चे के साथ बेसुध पड़ी रोती रहती है। हैदराबाद में मजदूरी करने वाला शंकर चौधरी का दूसरा बेटा मंगलवार को घर लौटा। वह किसी से कुछ सुने बगैर उस पहाड़ पर चढ़कर रोने लगा जहां उसके भाई-बहन की दबकर मौत हुई थी।