संदेहास्पद स्थिति में फांसी पर लटका मिला एसबीओ का शव
तिसरी (गिरिडीह) : बिजली विभाग में एसबीओ (स्वीच बोर्ड ऑपरेटर) के पद पर कार्यरत गो¨वद बड़ाइक ने तिसरी
तिसरी (गिरिडीह) : बिजली विभाग में एसबीओ (स्वीच बोर्ड ऑपरेटर) के पद पर कार्यरत गो¨वद बड़ाइक ने तिसरी स्थित अपने क्वार्टर में बुधवार की रात फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उनका क्वार्टर बिजली विभाग के ऑफिस से बिल्कुल सटा हुआ था। थाना प्रभारी बालेश्वर उरांव ने शव को पोस्टमार्टम के लिए गिरिडीह भेज दिया।
खूंटी के निवासी थे बड़ाइक :
मृतक गो¨वद बड़ाइक खूंटी जिला के बेड़ो गांव के निवासी थे। उन्होंने छह माह पूर्व तिसरी सब स्टेशन में एसबीओ पद पर योगदान दिया था। उन पर सबस्टेशन में सात फिडर की बिजली आपूर्ति की जिम्मेवारी थी।
शाम को परिजनों से की थी बात : बुधवार शाम को बड़ाइक ने अपने परिजनों से मोबाइल पर बात की थी। इसके बाद अन्य कर्मियों से बातचीत कर शाम करीब सात बजे अपने कमरे में चले गए। गावां में बिजली तार गिर जाने पर बिजली आपूर्ति बंद करने के लिए गुरुवार सुबह उन्हें फोन किया गया था, लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया। सुबह एक कर्मी ने उन्हें फांसी के फंदे पर लटका देखा। कर्मी के हल्ला करने पर भीड़ जुटने लगी और पुलिस को सूचना दी गई। सूचना मिलते ही सहायक अभियंता दिलीप मार्डी के अलावा प्रमोद सिन्हा, महताब अंसारी, खीरन कुमार सहित कई कर्मी पहुंचे।
स्थिति संदेहास्पद :
मामला संदेहास्पद लग रहा है। प्लास्टिक की जिस मोटी रस्सी से शव झूल रहा था, उससे मृतक का गला कसा हुआ नहीं था। पंखे से मोटी रस्सी झूली थी और गर्दन लटका हुआ था। यह चर्चा का विषय बना हुआ है। जिस स्थिति में रस्सी के सहारे मृतक लटका था, वह गला दबने जैसी स्थिति नहीं थी, लेकिन मृतक की जीभ मुंह से बाहर निकली थी। इसे देख लोग गला दबने से मौत होने की बात कह रहे हैं। हालांकि पुलिस इसे आत्महत्या का मामला मान रही है। पुलिस का कहना है कि फांसी लगाने से बड़ाइक की मौत हुई है। मामले की तहकीकात की जा रही है। मृतक अपने पीछे पत्नी और दो बच्चे छोड़ गए हैं।