हाथियों के उत्पात से दहशत
सरिया/बिरनी (गिरिडीह) : डुमरी और बिरनी में उत्पात मचाने के बाद सटे सरिया प्रखंड के गांवों में भी हाथ
सरिया/बिरनी (गिरिडीह) : डुमरी और बिरनी में उत्पात मचाने के बाद सटे सरिया प्रखंड के गांवों में भी हाथियों ने उत्पात मचाना शुरू कर दिया है। रविवार की देर रात 17 हाथियों के झुंड ने बराकर एवं बराकर नदी के बीच बसे करीब 300 आबादी वाले गांव जमुनियातरी में उत्पात मचाया।
हाथियों के झुंड ने करीब तीन घंटे तक आधा दर्जन घरों में तोड़फोड़ करते हुए अनाज को गटक लिया। साथ ही फसलों को भी बर्बाद कर दिया। इस बाबत भुक्तभोगियों में सत्यनारायण यादव, डीलचंद यादव, मुंशी यादव, बैजनाथ यादव ने बताया कि रात में अचानक गांव में हाथियों का झुंड ने घुस आया। घरों को नुकसान पहुंचाने के साथ ही करीब 20 ¨क्वटल गेहूं, चावल, धान चट कर गए।
ग्रामीणों ने बताया कि रात में ही आग जलाकर और पटाखा फोड़कर किसी तरह हाथियों को भगाया गया। घटना की सूचना मिलने के बाद जिप सदस्य अनूप पांडेय, मुखिया राजीव ¨सह, पंसस प्रतिनिधि राजेश कुमार गांव पहुंचे और नुकसान का जायजा लिया। उनलोगों ने कहा कि एमओ और बीडीओ से बातकर इंदिरा आवास एवं अनाज उपलब्ध कराने की कोशिश करेंगे। रेंजर दिगंबर ¨सह ने बताया कि भुक्तभोगियों से नुकसान का हर्जाना देने के लिए आवेदन मांगा गया है।
बिरनी से हाथियों को डुमरी जंगल में खदेड़ा गया : बिरनी के बारांय, केशोडीह, जमुनियाटांड़, वैकोइया, झरखी, पिपरडीह, बिराजपुर में बीते शनिवार से 14 हाथियों के झुंड ने जमकर उत्पात मचाया। वन विभाग के रेंजर शुभेन्दु कुमार ने हाथियों को सुरक्षित निकालने के लिए बंगाल के बांकुड़ा से दस सदस्यीय टीम को बुलाकर सोमवार की सुबह डुमरी के जंगल में प्रवेश कराया।
हाथियों के भय से ग्रामीण रातभर घर की चारों तरफ अलाव जलाकर रतजगा कर रहे थे। रेंजर ने कहा कि जिस गांव में घर को क्षति पहुंचाई गई है, गृहस्वामी विभाग को आवेदन दें। विभाग की ओर से मुआवजा दिया जाएगा। हाथियों को निकालने में रेंजर के साथ संजय कुमार, अंजनी कुमार, जेपी ¨सह आदि सक्रिय रहे।