पहले भी हो चुकी कीमती मूर्तियों की चोरी
गिरिडीह : जिले के धार्मिक व ऐतिहासिक महत्ववाले धरोहरों से बेशकीमती मूर्तियों की चोरी की यह कोई पहली
गिरिडीह : जिले के धार्मिक व ऐतिहासिक महत्ववाले धरोहरों से बेशकीमती मूर्तियों की चोरी की यह कोई पहली घटना नहीं है। गांडेय अंचल के अहिल्यापुर थाना अन्तर्गत जोगनियाटांड़ में शनिवार की रात मंदिर से राम जानकी की मूर्ति चोरी होने के बाद लोगों की धार्मिक आस्था भी खंडित हुई। तस्कर जहां अपने मकसद में तो कामयाब हो गए वहीं मंदिर को सूना कर उनलोगों ने पुलिस को भी कड़ी चुनौती दे डाली है। हालांकि यह दिगर बात है कि पुलिस मौजूदा कांड का खुलासा करने के नजदीक पहुंच चुकी है।
इससे पहले जैनियों के विश्व प्रसिद्ध तीर्थस्थल मधुबन से कई बेशकीमती मूर्तियां तस्करों के हाथ चढ़ चुकी है। वहीं देवरी, तिसरी, गावां, धनवार व बिरनी में भी ऐसी घटनाएं सामने आती रही है। बीते 2005 के दौरान दिल्ली से चोरी गई एक कीमती मूर्ति गावां में बरामद हुई थी। तत्कालीन गावां थाना प्रभारी रतिभान ¨सह ने चोरी की उक्त घटना का उद्भेदन करते हुए अन्तरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया था। वहीं गत माह गावां की सकरी नदी में पटने पुल के नीचे और औरागारो से पुलिस ने चोरी गई मूर्तियों को बरामद करने सफलता पायी थी।
बताया जाता है कि मूर्ति तस्करों का एक बड़ा रैकेट इस जिले में सक्रिय है। अमूमन धार्मिक स्थलों में सुरक्षा की बदइंतजामी का फायदा उठाकर चोर ऐसी घटनाओं को अंजाम देता रहा है। जानकारों के अनुसार इन घटनाओं के पीछे आपराधिक तत्वों के अलावा धार्मिक भावना भड़वाने वाले उन्मादी तत्वों के भी हाथ होते हैं।
वर्जन
- जोगनियाटांड़ मामले में डीएसपी शंभु कुमार ¨सह के नेतृत्व में जांच पड़ताल की जा रही है। अभी घटना के विभिन्न पहलुओं पर पुलिस का अनुसंधान शुरू हुआ है। निश्चित रूप से पुलिस के हाथ वैसे तत्व तक पहुंचेगा जो इस घटना में शामिल रहे होंगे। मूर्ति चोरी मामले में शीघ्र ही उद्भेदन होगा।
- विजय आशीष कुजूर, डीएसपी वन।