रोड अपराध में कमी से बढ़ा हौसला
गिरिडीह : जिले में अपराध का ग्राफ पूर्व की तुलना में कम हुआ है। खासकर रोड अपराध में पुलिस की दबिश और
गिरिडीह : जिले में अपराध का ग्राफ पूर्व की तुलना में कम हुआ है। खासकर रोड अपराध में पुलिस की दबिश और कड़ी चौकसी के बाद स्थिति में काफी बदलाव आया है। बीते कई माह से इस पर सभी थाना क्षेत्रों में लगातार सर्च अभियान चलाने और दागी अपराधियों पर नकेल कसने से ऐसा संभव हो पाया। अब जिले के ज्यादातर मेन रोड पर देर शाम और रात तक पुलिस की निगहबानी में यात्री वाहनों का बेखौफ आवागमन हो रहा है। गुरुवार को पुलिस लाइन स्थित अपने कार्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में पुलिस अधीक्षक कुलदीप द्विवेदी ने यह दावा किया। इस दौरान उन्होंने विभिन्न मोर्चे पर मिली सफलता का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया।
एसपी ने कहा कि इस वर्ष जिले में नौ ऐसे इनामी नक्सलियों को गिरफ्तार करने में सफलता मिली जो कई थाना क्षेत्रों में नक्सली गतिविधि में संलिप्त थे और आवाम के लिए विध्वंसक थे। उनमें से ज्यादातर पर हत्या, नरसंहार, फिरौती, लेवी वसूली, अवैध हथियार रखना, लोगों को डराना-धमकाना, जनअदालत लगाकर फैसला सुनना और अमानवीय यातनाएं देने जैसे संगीन जुर्म का मामला दर्ज है।
गिरफ्तार किए गए नक्सलियों में मदन राय उर्फ प्रमोद, शांति सोरेन, बशीर दा उर्फ कुंवर यादव उर्फ राजकुमार यादव, बीरबल मांझी, ढेना मुर्मू, रामू महतो, बुधन मुर्मू, रामलाल मरांडी उर्फ दिनेश मुर्मू उर्फ नेताजी शामिल हैं।
एसपी ने कहा कि जिलेभर में अपराधियों की निगरानी की जा रही है। जून-जुलाई माह में 15-15 अपराधियों की सूची जारी की गई, जिस पर पुलिस की पैनी नजर है। इसके अलावा सीसीए और जिला बदर कानून को भी प्रभावी बनाया जा रहा है। जिले में ऐसे पांच मामले सामने आए हैं। पांच अपराधियों पर यह कानून लागू किया गया।
कांडों के उद्भेदन में तत्परता : जिला पुलिस को इस बार राज्य पुलिस मुख्यालय से कांडों के निष्पादन में रिकार्ड सफलता हासिल करने के लिए पुरस्कृत किया गया। सितंबर माह तक जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में 16 ऐसे मामले का उद्भेदन किया गया जो पुलिस के लिए चुनौती थे। बाइक चोरी के मामले में बिरनी, बगोदर से बरामदगी के बाद गैंग का पर्दाफाश किया गया।
फिलहाल जिला मुख्यालय में बाइक चोरी की घटना बढ़ रही है। इस दिशा में जिला प्रशासन के सहयोग से संभावित स्थानों पर सीसीटीवी कैमरा लगाने पर विचार किया जा रहा है। इससे ऐसे तत्वों पर नकेल कसने में सहूलियत होगी। एसपी ने कहा कि जुलाई-अगस्त माह में क्रमश: 476 और 431 कांडों का निष्पादन किया गया। अगस्त तक लंबित कांडों की संख्या 2178 थी।
हाईटेक व्यवस्था पर जोर : पुलिस कप्तान ने कहा कि ऑपरेशन मुस्कान के तहत जिले में रिकार्ड 78 बाल मजदूर विभिन्न स्थानों से मुक्त कराए गए। इसमें चाइल्ड वेलफेयर संगठन का अहम सहयोग पुलिस को मिला। जिले के पुलिस थानों में डिजिटल साइन बोर्ड की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। इसके अलावा शहरी क्षेत्रों में एक दर्जन से अधिक स्थानों पर खुफिया कैमरा लगाया जा रहा है।
नगर थाना क्षेत्र को सात अलग बीट में बांटकर नागरिक सुरक्षा को सशक्त करने की महती योजना तैयार की गई है। थाना दिवस के आयोजन को जनोन्मुख बनाने के लिए जनभागीदारी पर जोर दिया जा रहा है। सभी थानों में स्वागत कक्ष बनाया जा रहा है। वहां भी सीसीटीवी कैमरा लगेगा।
कौशल विकास को 524 आवेदन समर्पित : प्रधानमंत्री कौशल उन्नयन कार्यक्रम के तहत समाज के कमजोर वर्ग के बेरोजगार युवक-युवतियों को प्रशिक्षित कर उनका प्लसेमेंट सुनिश्चित करने का काम भी पुलिस कर रही है। जिले में ऐसे 524 आवेदन जिला योजना पदाधिकारी को स्वीकृत कर भेजा गया है। आवेदकों को प्रशिक्षण सत्र के दौरान भत्ता देने का भी प्रावधान है। अभी जिले के छह थाना क्षेत्रों से आवेदन मिला है। इस कारवां को आगे बढ़ाना है।
बीमा योजना पर जोर : सामुदायिक दायित्व के तहत एसपी ने अपने स्तर से पीरटांड़, डुमरी, निमियाघाट आदि क्षेत्रों के सैकड़ों गरीब परिवारों को बीमा योजना का लाभ दिलाने की मुहिम चलाई है। इसमें गरीब परिवार को पहली बार 365 रुपये प्रीमियम की राशि एसपी स्तर से भुगतान की जाएगी। प्रतिवर्ष 12 रुपये का प्रीमियम संबंधित परिवार को देना होगा। मौके पर डीएसपी विजय ए कुजूर, आरके मेहता, शंभु कुमार ¨सह आदि उपस्थित थे।