अब आत्मरक्षा का गुर सीखेंगी छात्राएं
गिरिडीह : उच्च विद्यालयों में अध्ययनरत छात्राओं को पढ़ाई के साथ-साथ आत्मरक्षा के लिए भी सशक्त बनाया
गिरिडीह : उच्च विद्यालयों में अध्ययनरत छात्राओं को पढ़ाई के साथ-साथ आत्मरक्षा के लिए भी सशक्त बनाया जाएगा। इसके लिए उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रहने का गुर सिखाया जाएगा। झारखंड माध्यमिक शिक्षा परियोजना परिषद की ओर से विद्यालयों में योग एवं आत्मरक्षा संबंधी प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाया जाएगा। इस बाबत राज्य परियोजना निदेशक डॉ. मनीष रंजन ने सभी डीईओ सह जिला कार्यक्रम समन्वयकों को पत्र प्रेषित किया है।
तीन माह तक चलेगा प्रशिक्षण : जारी पत्र में कहा गया है कि सरकारी माध्यमिक कक्षाओं में अध्ययनरत बच्चियों को योग एवं आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दिया जाना है। प्रत्येक विद्यालय को लगातार तीन माह तक इस प्रशिक्षण की व्यवस्था सुनिश्चित करनी है। इसे विद्यालयों के रूटीन में विधिवत शामिल किया जाएगा।
महिला प्रशिक्षकों को प्राथमिकता : प्रशिक्षण के लिए महिला प्रशिक्षकों को प्राथमिकता देनी है। कहा गया है कि जिले की पंजीकृत संस्था अथवा संबंधित खेल संघ मसलन ताइक्वांडो, वुशु, जूडो-कराटे के प्रशिक्षकों या उनकी कमी रहने की स्थिति में संबंधित संस्थान, संघ एवं विभाग से नामित योग्य प्रशिक्षुओं से प्रशिक्षण दिलाया जा सकता है।
नवंबर तक का समय : डीईओ को विद्यालय प्रबंधन एवं विकास समितियों, प्रधानाध्यापकों आदि से विचार-विमर्श कर 30 नवंबर तक प्रशिक्षण संपन्न कराने का निर्देश दिया गया है। इस मद में उपलब्ध कराई गई राशि का उपयोगिता प्रमाणपत्र प्रत्येक विद्यालय 7 दिसंबर तक डीईओ कार्यालय को उपलब्ध कराएंगे, जबकि डीईओ को इससे संबंधित प्रतिवेदन एवं उपयोगिता प्रमाण पत्र को समेकित करते हुए राज्य कार्यालय को 31.12.15 तक उपलब्ध कराना है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम से जिले की हजारों छात्राएं लाभान्वित होंगी। महिला सशक्तीकरण और स्वस्थ समाज की दिशा में परियोजना की इस पहल को अहम माना जा रहा है।