वैवाहिक कार्यक्रम में न करें फिजूलखर्ची
गिरिडीह : शहर के भंडारीडीह स्थित माहुरी छात्रावास परिसर में शनिवार को माहुरी वैश्य महामंडल की ओर से
गिरिडीह : शहर के भंडारीडीह स्थित माहुरी छात्रावास परिसर में शनिवार को माहुरी वैश्य महामंडल की ओर से दो दिवसीय वार्षिक अधिवेशन की शुरुआत की गयी। महिला सभा और खुला अधिवेशन में वक्ताओं ने समाज में व्याप्त कुरीतियों पर जमकर प्रहार किया और वैवाहिक कार्यक्रम में बढ़ रही फिजूलखर्ची पर चिंता प्रकट करते हुए इसे समाजहित में अनुचित बताया।
वक्ताओं ने कहा कि विवाह प्रायोजन में बेशुमार धन खर्च कर लोग इसे अपने स्टेटस सिंबल से जोड़ते हैं, जबकि इस पैसे से समाज के किसी निर्धन परिवार को बड़ी राहत दी जा सकती है। इसके पूर्व मां मथुरासिनी की पूजा के साथ वार्षिक अधिवेशन शुरू हुआ।
महामंडल के अध्यक्ष राजकिशोर राम कंधवे ने झारखंड, बिहार, बंगाल, ओड़िसा, गुजरात आदि प्रांतों से आए 42 मंडलों के प्रतिनिधियों का गर्मजोशी से स्वागत किया। पूनम गुप्ता ने मथुरासिनी वंदना कर प्रथम सत्र की शुरुआत की। द्वितीय सत्र के अधिवेशन में महिला सभा और खुली बहस के दौरान वक्ताओं ने समाज की एकता और तरक्की के लिए स्वजातीय बंधुओं से आगे आने की अपील की। वक्ताओं ने शिक्षा के क्षेत्र में युवाओं के सफलता हासिल करने पर जोर दिया।
राजेंद्र तर्वे, राजकुमार चरणपहाड़ी, प्रकाश सेठ, यदुनंदन राम, शिवप्रसाद राम, अशोक भदानी, नवयुवक समिति के अजीत कुमार गुप्ता, प्रवीण चरणपहाड़ी, मनीष कुमार, गौतम कुमार, विकास कुमार, दिवाकर कुमार, मंजू देवी, पूर्व नप अध्यक्ष पूनम प्रकाश, पूनम भदानी, उद्योगपति दशरथ राम, सुशील कंधवे, सुरेश राम, अनिल गुप्ता, शत्रुघ्न राम गुप्ता आदि ने विचार व्यक्त किए।