गणगौर पूजा में दिखी आस्था
गिरिडीह : मारवाड़ी युवा मंच प्रेरणा शाखा और मारवाड़ी महिला समिति की ओर से रविवार को शहर में अलग अलग तर
गिरिडीह : मारवाड़ी युवा मंच प्रेरणा शाखा और मारवाड़ी महिला समिति की ओर से रविवार को शहर में अलग अलग तरीके से गणगौर पूजा की गयी। पूजा उपरांत मूर्ति विसर्जन को लेकर दोनों की संगठनों की ओर से अलग-अलग विधि अपनाई गयी। मारवाड़ी युवा मंच प्रेरणा शाखा की ओर से कुटिया मंदिर परिसर में धार्मिक अनुष्ठान आयोजित कर मंदिर परिसर के कुएं में मूर्ति विसर्जन की गयी।
गणगौर पूजा कुंवारी कन्याओं द्वारा गुणवान पति की कामना के लिए और विवाहितों की ओर से पति की लंबी उम्र के लिए की जाती है। ऐसी मान्यता है कि माता पार्वती ने भगवान भोले शंकर को पाने के लिए 16 दिनों तक पूजन और व्रत किया था। तभी से गणगौर पूजा की परंपरा शुरू हुई है। कुटिया मंदिर में आयोजित गणगौर पूजा में शाखा की महिलाओं की ओर से आस्था और उत्साह के साथ पूजन विधि को अंजाम दिया गया। इस दौरान दिनेश खेतान, नील भारतीय, बांके बिहारी शर्मा, रवि कुमार, राहूल कुमार के अलावा सरिता मोदी, प्रीति डंगैच, रेखा मोदी आदि मुख्य रूप से शामिल थीं।
वहीं मारवाड़ी महिला समिति ने गणगौर पूजा को लेकर नयी परंपरा की शुरुआत की। महिलाओं ने कुएं में मूर्ति विसर्जन करने की परंपरा को गणगौर का अपमान बताते हुए इसे नदी व सरोवर में विसर्जित करने पर बल दिया। गणगौर मूर्ति विसर्जन को लेकर मानसरोवर तालाब की साफ सफाई करायी गयी। इसमें स्थानीय वार्ड पार्षद बाबुल गुप्ता सहित नप प्रशासन को समिति ने साधुवाद दिया।
गणगौर महोत्सव को लेकर मारवाड़ी समाज की ओर से व्यापक तैयारी की गयी थी। अपने अपने घरों में गणगौर पूजा संपन्न करने के बाद महिलाओं ने मानसरोवर तालाब में विधि पूर्वक मूर्ति विसर्जन कर आशीर्वाद लिया। मौके पर मानसरोवर तालाब में मनोरंजक खेल, नीबू पानी व चाट स्टाल आदि में महिलाओं ने जमकर लुत्फ उठाया। कार्यक्रम में माया भरतीया, रेणु मुसद्दी, सुमन, अरुणा, सरोज, नेहा जैन, बबीता, किशोरी, सुधा, शशि, राखी, रीता आदि कई उपस्थित थीं।