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सुविधाओं को तरस रहा मोहली परिवार

बनियाडीह (गिरिडीह) : पंचायत चुनाव के बाद कोलियरी क्षेत्र के गांवों में रहने वाले मोहली परिवार (आदिवा

By Edited By: Published: Thu, 29 Jan 2015 09:42 PM (IST)Updated: Fri, 30 Jan 2015 05:56 AM (IST)

बनियाडीह (गिरिडीह) : पंचायत चुनाव के बाद कोलियरी क्षेत्र के गांवों में रहने वाले मोहली परिवार (आदिवासी) के लोगों की स्थिति जस की तस बनी हुई है। सरकारी तंत्र की ओर से विकास या फिर बुनियादी सुविधाओं का कोई लाभ उन्हें नहीं मिल पाया है। पंचायत चुनाव के करीब चार साल बीतने के बाद भी वेलोग बीपीएल में नाम, लाल कार्ड, इंदिरा आवास, विधवा एवं वृद्धावस्था पेंशन से वंचित हैं। वेलोग पुश्तैनी धंधा या फिर इधर-उधर मजदूरी कर अपना पेट पाल रहे हैं।

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बता दें कि कोलियरी क्षेत्र की अगदोनी खुर्द पंचायत के अगदोनी खुर्द गांव में काफी संख्या में मोहली परिवार के लोग निवास करते हैं। ज्यादातर महिला-पुरुष मजदूरी कर अपने परिवार का पेट पाल रहे हैं। उनकी हालत काफी खराब है। कुछ परिवार के लोग अपना पुश्तैनी धंधा मसलन बांस के सूप, डाली, टोकरी, झोपा, मोनी बनाने से जुड़े हैं, लेकिन वे पूंजी के अभाव में बांस भी नहीं खरीद पाते। इससे उनका व्यवसाय मंदा पड़ने लगा है।

बांस व्यवसाय से जुड़े टोकन मोहली, छप्पन मोहली, मूर्ति देवी, सेवा मोहली, झूपर मोहली, सुमा देवी ने कहा कि दिनभर बांस का सामान बनाते हैं और शाम को तीस रुपये किलो स्थानीय दुकान से चावल खरीद कर लाते हैं। लाल कार्ड नहीं रहने से जनवितरण प्रणाली की दुकान से एक रुपया किलो चावल भी नहीं मिलता। कई बार स्थानीय विधायक एवं सांसद से गुहार लगा चुके हैं। मुखिया मथुरा राम रजक ने कहा कि जरूरतमंद परिवार की पहचान कर उनका नाम प्रखंड कार्यालय भेजा गया है। शीघ्र ही उन्हें सुविधाएं मुहैया करायी जाएंगी।


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