पूजास्थल के अतिक्रमण पर विवाद
बिरनी (गिरिडीह) : थाना क्षेत्र के कुशमई के दलितों ने कतिपय लोगों पर अपने पूजास्थल का अवैध तरीके से अ
बिरनी (गिरिडीह) : थाना क्षेत्र के कुशमई के दलितों ने कतिपय लोगों पर अपने पूजास्थल का अवैध तरीके से अतिक्रमण और मारपीट करने का आरोप लगाते हुए उपायुक्त, एसपी, अनुमंडल पदाधिकारी, थाना प्रभारी एवं बीडीओ सह सीओ को आवेदन सौंपा है। दलितों ने पूजास्थल को अतिक्रमण से मुक्त कराने के साथ ही आरोपियों पर कार्रवाई करने की मांग की है।
लोकन तुरी, नारायण तुरी, अरुण तुरी, सुनील तुरी, पूरण तुरी आदि की ओर से दिए गए आवेदन में कहा कि खतियान सर्वे में पूजास्थल उनके पूर्वजों के नाम से दर्ज है। वेलोग अर्से से देवी मंडप में पूजा-अर्चना करते आ रहे हैं। कुशमई मुस्लिम बहुल गाव है। वहा दलितों के मात्र 10 घर हैं। कुछ लोग पूजास्थल की जमीन पर कब्जा कर रहे हैं।
कहा कि बीते 22 नवंबर को अतिक्रमणकारी हथियार से लैस होकर आए और पूजास्थल पर निर्मित मंडप की दीवार गिराने लगे। मना करने पर दलितों के साथ मारपीट की। सार्वजनिक चापाकल को भी घर के अंदर कर लिया है। उससे पानी नहीं लेने दे रहे। एक व्यक्ति ने पूजास्थल के सामने घर बना लिया है और गुमटी बैठा दी है, जिससे मंडप जाने का रास्ता अवरुद्ध हो गया है।
दूसरी ओर, गांव के ही असगर अंसारी ने कहा कि मारपीट की बात गलत है। एक सप्ताह पहले गांव के चाडो मियां से तीन डिसमिल जमीन खरीदी। उस जमीन की दलित लोग घेराबंदी कर रहे थे। इस बाबत पूछने पर वेलोग ऐसा आरोप लगा रहे हैं। गांव के सदर मो. युनूस अंसारी ने बताया कि वह जमीन सरकारी है। गाव के किसी व्यक्तिने फर्जी तरीके से रजिस्ट्री करा ली। मुखिया अंजुम आरा ने कहा कि किसी भी धार्मिक स्थल को लेकर आस्था पर चोट नहीं पहुंचने दी जाएगी। थाना प्रभारी कामेश्वर कुमार ने कहा कि जांचकर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।