प्रारंभिक-पुलिस के हत्थे चढ़े तीन साइबर अपराधी
गिरिडीह : गिरिडीह पुलिस ने ताराटांड़ थाना के पंडरी स्थित एक मोबाइल रिचार्ज दुकान में छापेमारी कर दो साइबर अपराधियों को धर दबोचा। दुकान से भारी संख्या में फर्जी वोटर आइकार्ड, सीम कार्ड, एटीएम का पिन नम्बर की लंबी लिस्ट जब्त की गयी है। आरोपियों की निशानदेही पर अहिल्यापुर इलाके से एक और अपराधी को पुलिस ने गिरफ्तार किया। गिरोह मनी ट्रांजेक्शन का टारगेट में झारखंड ही नहीं बल्कि यूपी, महाराष्ट्र, सिक्किम समेत उत्तर-पूर्व के प्रदेश शामिल हैं। पुलिस ने दो बैंक खातों को सील किया है। इन खातों से 18-20 लाख रुपए तक के लेने देन का खुलासा हुआ है।
डीएसपी शंभू कुमार सिंह की मानें तो ताराटांड़ के थानेदार नवल प्रसाद को गुप्त सूचना मिली कि पडरी में मोबाइल दुकान चलाने वाले जमडीहा निवासी संजय राणा व मुकेश राणा के पास काफी एटीएम नंबर व फर्जी वोटर आइकार्ड है। एसपी क्रांति कुमार गडि़देशी के निर्देश पर डीएसपी के नेतृत्व में तत्काल छापेमारी की गयी तो दुकान से भारी संख्या में फर्जी वोटर आइकार्ड, सीम कार्ड, एटीएम का नम्बरों की सूची बरामद हुई। छापेमारी में इंस्पेक्टर अनूप कर्मकार व अहिल्यापुर के थानेदार पृथ्वीसेन दास भी थे। अपराधियों की निशानदेही पर अहिल्यापुर थाना के बुधूडीह गांव से सुरेंद्र कुमार वर्मा को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया। पूछताछ में अपराधियों ने खुलासा किया कि राणा ने फूलची में बैंक आफ इंडिया शाखा में व वर्मा ने अहिल्यापुर की इसी बैंक शाखा में खाता खोला। खातों से 18-20 लाख रुपए का लेन-देन किया गया। अपराधियों के मुताबिक वे खुद को बैंक का अधिकारी बताकर एटीएम धारकों को फोन कर कहता कि आप का एटीएम कार्ड निरस्त हो चुका है। नया कार्ड इश्यू करने के लिए पिन नम्बर बताएं। नंबर पता चलते ही उस व्यक्ति के एटीएम से राशि की निकासी कर ली जाती थी।
डीएसपी ने बताया कि गिरोह का मास्टमाइंड ताराटांड़ थाना के झितरी निवासी एक व्यक्ति है। उसके अलावा जामताड़ा जिला के कई अपराधियों की तलाश की जा रही है। बताया कि गिरोह एयरटेल मनी, पीटीएम, पीएम रिचार्ज, पे फार इंडिया, फ्री चार्ज, वोडाफोन आदि के साफ्टवेयर का इस्तेमाल कर रुपया का आन लाइन ट्रांजेक्शन अपने खातों में करता था। एक-एक दिन में 40-40 हजार रुपए की निकासी एटीएम धारकों के खातों से करते थे। अपराधियों से पता चला कि वे झारखंड के खाताधारकों को अपने टारगेट में नहीं लेते थे। बाहरी प्रदेश के लोगों को ही चपत लगाते थे। डीएसपी ने बताया कि गिरोह के दोनों खातों को सील कर सत्यापन किया जा रहा है। सिक्किम पुलिस के संपर्क में हैं।