अनाच्छादित टोले में खुलेंगे आठ विद्यालय
गिरिडीह : जिला प्रारंभिक शिक्षा समिति की बैठक शुक्रवार को उपायुक्त दीप्रवा लकड़ा की अध्यक्षता में हुई। इसमें कई अहम फैसले लिये गये। प्रमुख फैसलों में आठ नयप्राथमिक विद्यालयों की स्थापना, 17 प्राइमरी स्कूल को अपग्रेड कर मिडिल स्कूल बनाने, 300 उर्दू शिक्षक इकाइयों का विभिन्न स्कूलों में वितरण आदि शामिल हैं।
बैठक में माले विधायक विनोद सिंह की शिकायत पर बगोदर क्षेत्र के एक सरकारी शिक्षक पर गबन मामले में दो दिनों के भीतर संबंधित बीईईओ और एडीपीओ को संयुक्त रूप से जांच कर प्राथमिकी दर्ज का निर्देश दिया गया।
कांग्रेस विधायक डॉ. सरफराज अहमद ने जिले के असेवित टोलों में राज्य के मापदंड को पूर्ण करते हुए नये विद्यालय की स्थापना के लिए जन प्रतिनिधियों के सुझाव को प्राथमिकता देने की मांग की। जमुआ विधायक चंद्रिका महथा की ओर से उनके प्रतिनिधि ने तीन अनाच्छादित टोले में प्राथमिक विद्यालय खोलने का अनुशंसा पत्र समिति को सौंपा। इसमें टीकामगहा पंचायत के हरिमगहा, असको पंचायत के तपसीडीह तथा नेकपुरा बढ़ई टोला शामिल है।
बैठक में शहरी क्षेत्र में छात्रों की कम संख्या वाले स्कूलों में शिक्षकों की इकाई कम करने और शिक्षक इकाई के युक्तिकरण को हरी झंडी दी गयी।
उर्दू शिक्षक वितरण में विधायक निजामउद्दीन अंसारी ने धनवार क्षेत्र के कई स्कूलों में शिक्षकों की कमी को पूरा करने का प्रस्ताव रखा। जिले के लिए 300 उर्दू शिक्षक इकाई प्राप्त हुई है। इसे रिक्त पदों पर वितरित करने का निर्णय सर्व सम्मति से लिया गया।
सांसद प्रतिनिधि यदुनंदन पाठक तथा केदार हजरा ने विद्यालय बंद करने तथा विलोपित करने के निर्णय को वापस लेने की मांग की। जिसे खारिज कर दिया गया।
बैठक में डीडीसी दिनेश प्रसाद, डीईओ निर्मला कुमारी बरेलिया, डीएसई महमूद आलम, एडीपीओ कौशल किशोर के अलावा शिक्षक संघ की ओर से विनोद राम, अरुण कुमार सिन्हा, भोला सिंह, अशोक डंगैइच आदि उपस्थित थे।