प्रोत्साहन राशि के लिए चक्कर काट रहीं महिलाएं
संवाद सहयोगी, बेंगाबाद (गिरिडीह) : सरकारी अस्पतालों में संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के लिए स्वास्थ्य विभाग आए दिन लोक लुभावन वादे कर रहा है। गर्भवती महिलाओं को प्रसव के वक्त अस्पताल आने के लिए ममता वाहन की सुविधा दे रहा है, वहीं अस्पताल में प्रसव कराने पर महिलाओं को प्रोत्साहन राशि देता है, लेकिन बेंगाबाद में इन दिनों स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के कारण महिलाओं को प्रोत्साहन राशि लेने के लिए अस्पताल का चक्कर काटना पड़ रहा है। कई बार चक्कर काटने के बाद उन्हें चेक मिलता तो हैं, लेकिन उस चेक पर प्रभारी पदाधिकारी का हस्ताक्षर लेने के लिए फिर दौड़ लगानी पड़ती है। लोग विभाग की इस कार्यशैली से अब आजिज आ गए हैं।
बताते है कि प्रसूति महिला लाभार्थियों को पिछले छह माह से प्रोत्साहन राशि नहीं मिली है। दो दिनों पूर्व से प्रोत्साहन राशि का चेक द्वारा भुगतान किया जा रहा है। चेक लेने के लिए लाभार्थियो की यहां आपाधापी मची हुई है। महिलाएं दूर दराज से चलकर यहां पहुंचती हैं, लेकिन चेक नहीं मिलने पर उन्हें निराशा हाथ लगती है। छोटे बच्चे के साथ लाभार्थी को दिनभर यहा तपस्या करनी पड़ती है। इसके बाद भी उन्हें प्रोत्साहन राशि से वंचित रहना पड़ रहा है। इस व्यवस्था को देखने वाला यहां कोई नहीं है।
इधर प्रोत्साहन राशि के नाम पर प्रखंड मुख्यालय में एक व्यक्ति द्वारा महिलाओं से मुद्रामोचन करने की भी बात कही जा रही है। मामले की जांच होने पर कई लोगों की गर्दन फंसना तय माना जा रहा है। इस संबंध में नेत्र विशेषज्ञ सह प्रभारी लेखापाल जयचंद निराला का कहना है कि प्रत्येक दिन साठ लाभार्थियों को प्रोत्साहन राशि का चेक वितरण करने में समय बीत जाता है। इस स्थिति में लोगों को यहा से लौटना पड़ता है। कई माह से प्रोत्साहन राशि का वितरण नहीं किया गया था, जिस कारण लाभार्थियों की संख्या बढ़ गई है। वहीं सहिया एवं लाभार्थियों का कहना है कि प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के नहीं रहने से चेक में हस्ताक्षर कराने के लिए पीएचसी का चक्कर काटना पड़ रहा है।