प्रतिवेदन जमा नहीं कर रहे अभियंता
जागरण संवाददाता, गिरिडीह : राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान (आरएमएसए) के तहत उच्च विद्यालयों में कंप्यूटर कक्ष सहित अन्य भवनों के निर्माण से संबंधित प्रतिवेदन जमा करने में अभियंता शिथिलता बरत रहे हैं। निर्देश देने के दो माह से अधिक समय बीत जाने के बाद भी अभियंताओं ने कार्यालय को प्रतिवेदन उपलब्ध नहीं कराया है। अभियंताओं की इस लापरवाही के कारण विभाग को यह पता नहीं चल पा रहा है कि विद्यालयों में कार्य प्रारंभ हुआ या नहीं। इस मामले में प्रधानाध्यापकों के स्तर से भी लापरवाही बरतने की बात कही जा रही है।
बताया जाता है कि जिले के विभिन्न उच्च तथा उत्क्रमित उच्च विद्यालयों में शौचालय, पुस्तकालय तथा कंप्यूटर व आर्ट एंड क्राफ्ट कक्ष का निर्माण होना है। इसके लिए आरएमएसए कार्यालय की ओर से संबंधित विद्यालयों को कई माह पूर्व राशि उपलब्ध करा दी गयी है। वहीं 11 और 16 फरवरी को भवन निर्माण संबंधी जिला स्तरीय कार्यशाला आयोजित की गयी थी, जिसमें सर्व शिक्षा अभियान से जुड़े सहायक एवं कनीय अभियंताओं को संबंधित विद्यालयों में एक सप्ताह के अंदर ले आउट कराकर काम प्रारंभ कराते हुए प्रगति प्रतिवेदन की मांग की गयी थी। विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों को भी संबंधित जेई से संपर्क कर काम शुरू करने का निर्देश दिया गया था, लेकिन अभी तक इस संबंध में कोई प्रतिवेदन जिला कार्यालय को प्राप्त नहीं हुआ है। इससे विभाग को विद्यालयों में काम प्रारंभ होने और उसकी स्थिति के बारे में जानकारी नहीं मिल पा रही है।
इस संबंध में आरएएमएस की जिला समन्वयक सह डीईओ निर्मला कुमारी बरेलिया ने बताया कि उच्च विद्यालयों में भवनों के निर्माण से संबंधित प्रतिवेदन अभियंताओं ने उपलब्ध नहीं कराया है। प्रतिवेदन के अभाव में विभाग एवं उच्चाधिकारियों को वस्तुस्थिति की जानकारी नहीं दी जा रही है। बताया कि अभियंताओं एवं प्रधानाध्यापकों की ऐसी लापरवाही गंभीर मामला है।
28 को बुलायी बैठक : डीईओ ने बताया कि 28 अप्रैल को भवन निर्माण से संबंधित जिला स्तरीय बैठक बुलायी गयी है, जिसमें एई व जेई के साथ-साथ प्रधानाध्यापकों को भाग लेना है। बताया कि सभी को बैठक में कार्य का प्रगति प्रतिवेदन साक्ष्य के साथ लेकर आने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने बताया कि बैठक में प्रमंडल और राज्य स्तरीय पदाधिकारी भी भाग लेंगे।