भाजपाइयों को तेतरिया सलैडीह जाने की नहीं मिली अनुमति
जाटी, गिरिडीह/ बिरनी,
रांची से पहुंची भारतीय जनता पार्टी की उच्च स्तरीय टीम को प्रशासन ने बुधवार को बिरनी प्रखंड के तेतरिया सलैडीह गांव जाने से रोक दिया। टीम रामनवमी जुलूस निकालने के दौरान पुलिस और ग्रामीणों के बीच मंगलवार को हुई झड़प के मामले की जानकारी लेने पहुंची थी। टीम में विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष सह विधायक सीपी सिंह, अजय मारू, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष यदुनाथ पांडेय, प्रदेश प्रवक्ता मोहम्मद कमाल खान व लक्ष्मी दीक्षित शामिल थे।
बताया जाता है कि तेतरिया सलैयडीह जा रहे भाजपा नेताओं के वाहन को दोपहर लगभग तीन बजे मजिस्ट्रेट बीडीओ सह सीओ विजय कुमार व थाना प्रभारी राणा प्रताप सिंह ने थाना के पास रोक दिया। प्रशासन ने उन लोगों को तेतरिया सलैयडीह जाने पर रोक लगा दी। हालांकि भाजपाई उक्त गांव जाने की जिद पर अड़े रहे, लेकिन मजिस्ट्रेट व थाना प्रभारी ने सभी को अनुरोध पूर्वक वहां जाने से मना कर दिया। पदाधिकारियों का कहना था कि आप लोगों के जाने से वहा माहौल बिगड़ सकता है। साथ ही वहां जाने से आचार संहिता के मद्देनजर आपको गिरफ्तार भी किया जा सकता है। इसके बाद भाजपाई थाना रोड से ही वापस लौट गए।
इधर, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सीपी सिंह ने कहा कि स्थानीय विधायक घटनास्थल पर जा सकते हैं, जबकि भाजपा के लोगों को वहां जाने से मना किया जाता है। प्रशासन गिरफ्तार करने की धमकी देता है। कहा कि घटना स्थल जाकर दोनों समुदाय के बीच भाईचारा और सौहार्द कायम करने और शांति व्यवस्था बनाए रखने की पहल को लेकर ही वे पहुंचे थे।
बाद में दूरभाष पर विधायक सीपी सिंह ने कहा कि प्रशासन स्थानीय विधायक को छूट वहां जाने का कैसे दिया। यह पक्षपात है। हवाई फायरिंग की बात की जा रही है तो दो ग्रामीण तो पैर में गोली कैसे लगी। गर्दन की और से गोली कैसे निकल गयी।
इधर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रवीन्द्र राय ने दूरभाष पर कहा कि प्रशासन का रवैया सही नहीं है। अन्य दल के लोगों को वहां जाने की छूट मिली जबकि भाजपा को रोका गया। उन्होंने मांग की प्रशासन तत्काल गिरफ्तारी रोके। भय खत्म कर लोगों को मतदान करने की व्यवस्था बनाए। स्थानीय लोगो को मतदान की छूट नहीं मिली तो यह लोकतंत्र के लिए अपमान होगा।