सखुआ पेड़ और सिंगबोगा देवता की हुई पूजा
रमना: प्रखंड के सुदूरवर्ती आदिवासी बाहुल्य इलाकों मे प्रकृति पर्व सरहुल गुरुवार को मनाया गया। इ
रमना: प्रखंड के सुदूरवर्ती आदिवासी बाहुल्य इलाकों मे प्रकृति पर्व सरहुल गुरुवार को मनाया गया। इस दौरान लोगों ने सखुआ के पेड़ और ¨सगबोगा देवता की पूजा कर भोग लगाया। सामुदायिक पुलि¨सग के तहत बुल्का में रमना थाना द्वारा सरहुल मिलन समारोह का आयोजन किया गया। समारोह में आदिवासी समुदाय के लोगों ने मांदर व झाझर के थाप पर झूमर खेला। पहली बार सरहुल पर्व के आयोजन पर गांव के महिला व पुरुषों में उत्साह देखा गया। इस मौके पर प्रभारी थाना प्रभारी कलीम अख्तर खान ने कहा कि सरहुल पर्व प्रकृति पूजन और शान्ति का है। इस पर्व पर प्रकृति संरक्षण का संकल्प लेने की आवश्यकता है। ताकि वनवासी के साथ साथ वनजीव और औषधि का अस्तित्व बना रहे। वनवासी बंधु पुलिस को मित्र मानते हुए सहयोग करे और सहयोग लें। वनवासी क्षेत्रों में पुलिस विभाग द्वारा भी विकास योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। बेरोजगार युवा पुलिस प्रशासन के साथ खड़ा होकर विकास के वाहक बनें। मौके पर पंचायत की मुखिया उर्मिला देवी, एएसआई केके शर्मा आदि लोगों ने भी संबोधित किया। इस मौके पर योगेन्द्र ¨सह, प्रताप ¨सह, सदर बदरूद्दीन अंसारी, सुरेश यादव, रजपतिया देवी, रामनाथ घासी सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।