स्कूलों में तड़ित चालक नहीं, बच्चे असुरक्षित
गढ़वा : बारिश के मौसम में वज्रपात से बचाव के लिए सरकार की ओर से स्कूलों में तड़ित चालक लगाने की य
गढ़वा : बारिश के मौसम में वज्रपात से बचाव के लिए सरकार की ओर से स्कूलों में तड़ित चालक लगाने की योजना गढ़वा में दम तोड़ चुकी है। यहां वित्तीय वर्ष 2009-10 व 10-11 में जिले के 1550 स्कूलों में से 480 स्कूलों में तड़ित चालक लगाये गए थे। हालांकि विभाग की सूचना मिली थी कि 150 स्कूलों में ही तड़ित चालक लगाए गए हैं। बाकी कहां लगे इसकी सूचना नहीं दी। तड़ित चालक लगाने का काम चल रहा था कि इसी बीच तड़ित चालक लगाने को लेकर बिचौलियों के बीच धमाचौकड़ी को देख तत्कालीन आरडीडीई पलामू खगेंद्र कुमार ने कार्य पर रोक लगा दी। इसके बाद से काम बंद है। वज्रपात से ज्यादा खतरा को लेकर चिह्नित जिलों में गढ़वा भी शामिल है। ऐसे में स्कूलों में तड़ित चालक नहीं होने के कारण बच्चों के जान पर हमेशा खतरा बना रहता है । ऐसा नहीं की इस बात की जानकारी विभाग को नहीं है। बावजूद तड़ित चालक लगाने की दिशा में कोई पहल नहीं की गई।
जून माह में वज्रपात की घटना में जिले के अलग-अलग प्रखंडों में चार बच्चों समेत कुल छह लोगों की मौत हो चुकी है। ऐसे मे स्कूलों में तड़ित चालक लगे यह जरूरी है।
- तड़ित चालक की खरीदारी को लेकर तब चर्चा में रहा था विभाग
वित्तीय वर्ष 209-10 व 10-11 में स्कूलों में तड़ित चालक लगाने को लेकर शिक्षा विभाग चर्चा में था। इसका कारण तड़ित चालक के काम में ठेकेदारी और कमाई का धंधा चर्चा में था। ग्राम शिक्षा समिति व स्कूल के प्रधानाध्यापकों पर विभाग के अधिकारी दवाब दे रहे थे। एक वरीय अधिकारी जब अपने चहेते को काम नहीं दिला सके तो योजना पर ही रोक लगा दी। नतीजा रहा कि आज तक स्कूलों में तड़ित चालक नहीं लगे।
पक्ष
फिलहाल विभाग की ओर से स्कूलों में तड़ित चालक लगाये जाने की कोई योजना नहीं है। स्कूल के शिक्षकों को बारिश के दौरान बच्चों को पेड़ के नीचे व खुले जगहों पर जाने से रोकने का निर्देश दिया गया है। ताकि वज्रपात की घटना के दौरान किसी बच्चे को नुकसान नहीं पहुंचे ।
वृजमोहन कुमार, जिला शिक्षा अधीक्षक सह जिला कार्यक्रम पदाधिकारी, गढ़वा ।