लोक अदालत में मिलता है सुलभ न्याय : पीडीजे
गढ़वा : व्यवहार न्यायालय परिसर में जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वावधान में 25 अगस्त से लगाए गए पा
गढ़वा : व्यवहार न्यायालय परिसर में जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वावधान में 25 अगस्त से लगाए गए पांच दिवसीय मेगा लोक अदालत का समापन शनिवार को हो गया। पांच दिनों में सुनवाई के लिए गठित पांच बेंचों में कुल 2571 मामलों का निष्पादन किया गया। इस दौरान राजस्व के रूप में 2 लाख 94 हजार रुपये प्राप्त हुए। मेगा अदालत के समापन के मौके पर प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश पंकज श्रीवास्तव ने कहा कि जिस तरह आज रक्षा बंधन के दिन बहनों की सुरक्षा का संकल्प भाई लेते हैं। उसी प्रकार लोक अदालत में आपसी सहमति के आधार पर मामलों का निष्पादन कर समाज में फैले वैमनश्यता को कम किया जाता है। मेगा लोक अदालत अब नया शब्द नहीं रह गया है। लोक अदालत की खासियत यह है कि मुकदमा सदा के लिए यहीं पर समाप्त हो जाता है। जिससे सुखी, निर्विवाद तथा समाज में शांति स्थापित करने में सहयोग मिलता है। लोक अदालत लोगों को सरल व त्वरित न्याय दिलाता है। पक्षकारों की बढ़ती हुई आस्था को देखते हुए नालसा व झालसा के निर्देशानुसार यह पांच दिवसीय मेगा लोक अदालत का आयोजन किया गया था। जिसमें न्यायिक पदाधिकारी, सदस्य तथा अधिवक्ताओं ने भरपूर सहयोग कर मेगा लोक अदालत को सफल करने का कार्य किया है सभी बधाई के पात्र हैं। कुटुम्ब न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश सीपी आस्थाना ने कहा कि मेगा लोक अदालत में उभय पक्षों की आपसी सहमति के आधार पर मामलों का त्वरित निष्पादन किया जाता है। जिससे पक्षकारों के समय व धन की बचत होती है। लोक अदालत के पहले दिन 31 मामले, दूसरे दिन 32 मामले, तीसरे दिन 36 मामले, चौथे दिन 656 तथा पांचवें व अंतिम दिन 1816 मामलों का निष्पादन किया गया। मौके पर जिला जज शिव बचन यादव, वाई के शाही, कमल नयन पांडेय, ऋषिकेश कुमार, सीजेएम विकेश कुमार, एसीजेएम एम सी झा, प्राधिकार के सचिव के के शुक्ला, सिविल जज नईम अंसारी, निशांत कुमार, मनोज कुमार प्रजापति, रजिस्ट्रार मनोज कुमार राम, अधिवक्ता हरि नारायण धर दुबे, जितेंद्र कुमार ¨सह, प्रेमचंद्र तिवारी, दिग्विजय कुमार, विनोद कुमार पाल, ललित पांडेय, मृणाल पांडेय, सच्चिदानंद शुक्ला, राकेश कुमार त्रिपाठी, प्रभात कुमार चौबे, दीपक कुमार ¨सह, विकास कुमार चौबे आदि उपस्थित थे