किसी ने त्यागा, चार मां नवजात को सीने से लगाने को तैयार
गढ़वा : सदर थाना क्षेत्र के पिपराखुर्द में मंगलवार की सुबह झाड़ी में फेंका हुआ नवजात शिशु मिला है। बच
गढ़वा : सदर थाना क्षेत्र के पिपराखुर्द में मंगलवार की सुबह झाड़ी में फेंका हुआ नवजात शिशु मिला है। बच्चे का इलाज सदर अस्पताल में बाल कल्याण समिति के संरक्षण में कराया जा रहा है। उक्त शिशु पिपराखुर्द निवासी राजेंद मेहता की पत्नी शांति देवी एवं महेंद्र मेहता की पत्नी चिंता देवी को उस समय मिला जब वह गेहूं काटने के लिए खेत की ओर जा रही थी। बच्चे की आवाज सुनकर दोनों महिलाएं झाड़ी की ओर गई तो वहां एक नवजात शिशु फेंका हुआ था। महिलाओं ने बच्चे को इलाज के लिए सदर अस्पताल गढ़वा में भर्ती कराया है तथा दोनों महिलाएं बच्चे को गोद लेने का दावा कर रही हैं। रोचक बात यह है कि किसी कारण से एक निर्मोही मां ने अपने लाडले को त्याग दिया। वहीं दूसरी ओर इस शिशु को अपनाने के लिए अभी तक चार महिलाएं तैयार हो चुकी हैं। जिन दो महिलाओं को यह शिशु प्राप्त हुआ है, उसके अलावे मेराल थाना के अटौला निवासी हरेंद्र साव की पत्नी सविता देवी तथा टंडवा निवासी सुरेंद्र माली की पत्नी कलावती देवी ने भी बच्चे को अपने सीने से लगाने का दावा किया है। बच्चा फेंके जाने की सूचना पर बाल कल्याण समिति की सदस्य सपना मुखर्जी, आरके त्रिपाठी, बाल संरक्षण समिति अशोक नायक ने सदर अस्पताल पहुंचकर बच्चे को अपने संरक्षण में ले लिया है तथा उसका इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है। समिति की सदस्य सपना मुखर्जी बताती है कि सर्वप्रथम बच्चे का इलाज होगा। इसके बाद इसे बाल कल्याण समिति, रांची को सौंप दिया जाएगा। समिति द्वारा गठित टीम द्वारा जांच के बाद बच्चे को गोद देने के संबंध में निर्णय लिया जाएगा।
- लगातार हो रही हैं ऐसी घटना
पिपराखुर्द निवासी उमेश चंद्रवंशी बताते हैं कि नवजात शिशु को फेंकने की घटना लगातार हो रही है। इससे समाज का कुरूप चेहरा सामने आ रहा है। पिपराखुर्द में इस प्रकार की दूसरी घटना है। घटना शर्मनाक है। ऐसी घटनाओं पर रोक लगाने के लिए सभी को एकमत होने की जरूरत है। उन्होंने इसके खिलाफ जागरूकता फैलाने में सहयोग करने की अपील की है।