पेयजल संकट बना लाइलाज
गढ़वा : गर्मी बढ़ने के साथ-साथ पेयजल संकट भी गहराता जा रहा है। लोग पानी के लिए दूर की खाक छान रहे है
गढ़वा : गर्मी बढ़ने के साथ-साथ पेयजल संकट भी गहराता जा रहा है। लोग पानी के लिए दूर की खाक छान रहे हैं। ऐसे में पेयजल संकट लाइलाज हो गया है और इसका समाधान नहीं निकल पा रहा है। जिला मुख्यालय में नगर पंचायत द्वारा डीप बोर के रूप में पेयजल संकट ढूंढा जा रहा है तो, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग खराब चापाकलों को ठीक कराने में लगा है। मगर वृहद जलापूर्ति योजना का निर्माण कछुआ चाल से हो रहा है। पर्याप्त पानी नसीब नहीं होने के कारण लोग परेशान हैं।
- पेयजल संकट के निदान के लिए प्रयास होना चाहिए था। इसे गंभीरता से लेते हुए वृहद जलापूर्ति योजना को पूर्ण कराना चाहिए। डीप बोर समस्या का समाधान नहीं है। बल्कि इससे और भी समस्या गहराएगी।
किरण देवी
- वर्षा जल संरक्षण के प्रति लोगों को गंभीर होना होगा। इससे भूमिगत जलस्तर में बढ़ोत्तरी होगी तथा लोगों को हैंडपंप के माध्यम से भी पेयजल मिल सकेगा। प्रकृति के प्रति हमारी उदासीनता के कारण हमें यह संकट झेलना पड़ रहा है।
चंदन गोंड