मुखिया को तीन घंटे तक बनाया बंधक
रमना : प्रखंड अंतर्गत भागोडीह पंचायत की मुखिया कमला देवी पर एपीएल तथा बीपीएल सूची में ग्रामीणों का नाम दर्ज कराने के एवज में एक-एक सौ रुपये वसूली का आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने विरोध किया है। मुखिया के खिलाफ भड़के झुरहा टोला के सैकड़ों ग्रामीणों ने तीन घंटा तक प्रखंड कार्यालय रमना के मुख्य द्वार को जाम कर मुखिया सहित दर्जनों कर्मियों को बंधक बना लिया। प्रधान सहायक सुमंत सिंह ने ग्रामीणों को समझा बुझाकर मामले को शांत कराया।
आक्रोशित ग्रामीण गढ़वा उपायुक्त को बुलाने की माग पर पर अड़े थे। सूत्रों के अनुसार शुक्रवार को मुखिया कमला देवी द्वारा एपीएल-बीपीएल सूची में नाम दर्ज कराने के लिए पैसे की मांग किये जाने के बाद पंचायत समिति सदस्य ममता देवी के नेतृत्व में सैकड़ों महिला-पुरुष हाथों में तख्तियां लेकर चार किलोमीटर की दूरी तय कर दोपहर एक बजे प्रखंड कार्यालय पहुंचे। यहां पहुंच कार्यालय के मुख्य द्वार को जाम कर दिया। इस दरम्यान ग्रामीण घूसखोर मुखिया हाय-हाय, घूसखोर मुखिया मुर्दाबाद के नारे लगा रहे थे। प्रखंड कार्यालय पहुंचे आक्रोशित ग्रामीणों ने तीन घंटे तक प्रखंड कर्मियों को कार्यालय से बाहर नहीं निकलने दिया। विभागीय कार्य से प्रखंड कार्यालय पहुंची मुखिया कमला देवी को भीड़ ने मुख्य द्वारा पर ही बंधक बना लिया। ग्रामीणों की मांग थी कि उपायुक्त स्थल पर पहुंचकर भ्रष्ट मुखिया को अविलंब बर्खास्त करें अन्यथा अनिश्चितकाल तक घेराव जारी रहेगा। बीडीओ सच्चिदानंद महतो की अनुपस्थिति में प्रखंड प्रधान सहायक सुमंत सिंह ने चार बजे ग्रामीणों को समझा बुझाकर मामले को शांत कराया। मौके पर ग्रामीण शिवनाथ पाल, जयराम पासवान, नंदू मेहता, अनिल राम, ज्ञांति देवी सहित सैकड़ों लोग घेराव में शामिल थे।
पक्ष-ग्रामीणों द्वारा लगाए गए सभी आरोप निराधार हैं। पंचायत सचिव की लापरवाही के कारण ग्रामीणों का नाम सूची में नहीं चढ़ पाया है। 25 अगस्त तक सभी लोगों का नाम सूची में जोड़ दिया जायेगा।
कमला देवी, मुखिया भागोडीह पंचायत।
-पक्ष
अभी हम मुख्यालय से बाहर हैं। ग्रामीणों द्वारा सौंपे गये मांग पत्र पर जांचोपरांत कार्रवाई करते हुए मुखिया के खिलाफ कार्रवाई के लिए उच्चाधिकारियों को पत्राचार किया जायेगा।
सच्चिदानंद महतो, बीडीओ रमना।