उपेक्षा के खिलाफ महिलाओं ने खोला मोर्चा
गढ़वा : गढ़वा शहर के वार्ड नंबर 6 स्थित बालिका उच्च विद्यालय के पीछे दलित बस्ती की महिलाओं में अपनी उपेक्षा को लेकर आक्रोश व्याप्त है। उन्होंने इसके खिलाफ आंदोलन की चेतावनी दी है। महिलाओं का कहना है कि गरीबों की बस्ती होने के बावजूद हमें मूलभूत सुविधा से वंचित रखा गया है। हमलोग शहरी क्षेत्र में रहते हैं मगर यहां पानी, सड़क, नाली आदि की सुविधा से वंचित रखा गया है। किसी भी परिवार को शौचालय भी उपलब्ध नहीं कराया गया है। इस कारण हमें भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है।
- हमलोग भीषण पेयजल संकट झेल रहे हैं। आसपास के सभी जलस्त्रोत सूख गए हैं। आधा किलोमीटर दूर से पानी लाना पड़ता है। कई बार चापाकल नेताओं एवं पदाधिकारियों चापाकल लगाने के लिए आग्रह किया मगर चापाकल नहीं लगाया जा सका।
सीता देवी, नागरिक।
- हमलोग शहर में रहते हैं मगर हमारी बस्ती के लिए सड़क, नाली एवं पानी की व्यवस्था नहीं की गई है। इससे हमलोग अपने आप को उपेक्षित महसूस करती हैं। ऐसा लगता है। हमलोग शहरी क्षेत्र में नहीं रहते।
शांति देवी, नागरिक।
- सरकार द्वारा स्वच्छता के लिए प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। हमलोग शौचालय बनवाना चाहते हैं। मगर हमारी कोई नहीं सुनता है। बड़ी परेशानी झेलनी पड़ रही है।
हेवंती देवी, नागरिक।
- गरीब होने के बावजूद हमारा नाम बीपीएल में नहीं जोड़ा गया। हमलोग किसी भी सरकारी सुविधा से वंचित हैं। बार बार आग्रह के बाद भी हमें सुविधा नहीं दी गई है।
मालती देवी, नागरिक।
- गर्मी के मौसम में यदि जल्द पानी की व्यवस्था नहीं की जाती है तो हमलोग आंदोलन करने को विवश होंगे।
शोभा देवी, नागरिक।
- शहर के नागरिक हैं, टैक्स देते हैं। मगर नाली, पानी, सड़क की सुविधा नहीं दी गई है। जानबूझ कर हमें उपेक्षित रखा जा रहा है।
कौशल्या देवी, नागरिक।