प्रधानमंत्री, कोयलामंत्री बीएमएस की गोद में बैठ सुनाते हैं निर्णय : राजेंद्र
जामाडोबा : केंद्र सरकार कोयला मजदूरों के लिए होनेवाले जेबीसीसीआइ के वेतन समझौता में इंटक को अलग कर ब
जामाडोबा : केंद्र सरकार कोयला मजदूरों के लिए होनेवाले जेबीसीसीआइ के वेतन समझौता में इंटक को अलग कर बैठक करेगी तो सरकार के खिलाफ इंटक असहयोग आंदोलन छेड़कर कोलियरियों का चक्का जाम करेंगे। उक्त बातें रविवार को टाटा स्टील जामाडोबा जीएम कार्यालय सभागार में राकोमसं की केंद्रीय कार्यकारिणी बैठक में पूर्व मंत्री सह इंटक अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद ¨सह ने कही। बैठक में पांच सूत्री प्रस्ताव पारित किया गया। इनमें संगठन के सदस्यों की संख्या बढ़ाना, इंटक की मजबूती के लिए शुल्क में वृद्धि करना आदि शामिल है। इंटक के विवाद का निबटारा 23 मार्च तक कर लिया जाएगा। मामला अदालत में विचाराधीन है।
इंटक अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व कोयला मंत्री पीयूष गोयल मान्यता प्राप्त ट्रेड यूनियन बीएमएस की गोद में बैठकर निर्णय सुनाते हैं। इसे सभी मान्य प्राप्त यूनियनों ने नकार दिया है। चार मान्यता प्राप्त यूनियनें एक साथ हैं। प्रधानमंत्री का इंटक, कांग्रेस मुक्त भारत कभी पूरा नहीं होगा। कांग्रेस भारत के रग-रग में है। कहा कि बीसीसीएल को बीआइएफआर से बाहर करने के लिए भी आंदोलन होगा। इंटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजीवा रेड्डी के नेतृत्व में जल्द दिल्ली में इंटक की आमसभा होगी। मजदूर विरोधी सरकार को उखाड़ फेंकने की मजदूरों से अपील की जाएगी। टाटा मजदूरों को आश्वासन दिया कि टीसीडब्लू का समझौता पांच मार्च के बाद राकोमसं के क्षेत्रीय प्रतिनिधिमंडल टाटा स्टील के अधिकारियों के सहयोग से कर लिया जाएगा। पूर्व मंत्री मन्नान मल्लिक, ओपी लाल, महामंत्री एके झा, राकोमसं टाटा स्टील के क्षेत्रीय अध्यक्ष एसएस जामा, सचिव संतोष महतो, ब्रजेंद्र ¨सह, रामप्रीत प्रसाद, गौरीशंकर पांडेय, संतोष ¨सह, देवकुमार, सुरेशचंद्र झा, अरुण ¨सह, पंकज मिश्रा, रंजीत ¨सह, इरफान चौधरी, कयूम खान, वीरेंद्र अंबष्ठ, श्यामल सरकार आदि थे।