Move to Jagran APP

मुखिया पति सावधान, पीछे से ग्राम सत्ता चलाना करें बंद : रघुवर

मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कड़क अंदाज में कहा कि मुखिया पति सावधान हो जाएं, वे पीछे से ग्राम सत्ता चलाना बंद कर दें। ये फंडा अब नहीं चलेगा। अब रांची या दिल्ली में बैठकर गांव की योजनाएं नहीं बनेंगी। अब गांव की जनता ग्राम प्रधान और मुखिया के साथ बैठक कर अपनी योजनाएं खुद बनाएगी।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Fri, 21 Oct 2016 03:54 AM (IST)Updated: Fri, 21 Oct 2016 04:03 AM (IST)
मुखिया पति सावधान, पीछे से ग्राम सत्ता चलाना करें बंद : रघुवर

जागरण संवाददाता, दुमका। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कड़क अंदाज में कहा कि मुखिया पति सावधान हो जाएं, वे पीछे से ग्राम सत्ता चलाना बंद कर दें। ये फंडा अब नहीं चलेगा। अब रांची या दिल्ली में बैठकर गांव की योजनाएं नहीं बनेंगी। अब गांव की जनता ग्राम प्रधान और मुखिया के साथ बैठक कर अपनी योजनाएं खुद बनाएगी। गांव को समृद्ध बनाने के लिए न तो बार-बार रघुवर दास आएंगे और न ही भगवान आएंगे। गांव का विकास ग्रामीणों को ही करना होगा। रघुवर गुरुवार को उग्रवाद प्रभावित काठीकुंड प्रखंड के आसनपहाड़ी गांव के पंचायत भवन परिसर में जमीन पर बनाए गए मंच पर बैठकर 'हमारी योजना, हमारा विकासÓ के तहत ग्रामसभा में लोगों को संबोधित कर रहे थे। इसके पूर्व दुमका के लक्खीकुंडी में नवनिॢमत जौगर्स पार्क का उद्घाटन करते हुए मुख्यमंत्री ने इसका नामकरण सिदो-कान्हु शौर्य स्मारक पार्क किया। मौके पर उन्होंने जिला प्रशासन से यहां एक खुला ऑडिटोरियम का निर्माण कराने का आदेश दिया। ऑडिटोरियम में एक एलइडी स्क्रीन लगाकर उसके माध्यम से शहीदों की कीॢत तथा सेना के शौर्य को प्रदर्शित किया जाए।

प्रत्येक माह बैठक नहीं हुई तो मुखिया पर कार्रवाई
रघुवर ने कहा कि हरेक माह ग्राम पंचायत की बैठक होनी चाहिए। अगर ऐसा नहीं किया गया तो पंचायती राज व्यवस्था के तहत निहित प्रावधानों को प्रयोग करते हुए मुखिया पर कानूनन कार्रवाई की जाएगी।

30 लाख घरों में बिजली पहुंचाना लक्ष्य
सरकार वर्ष 2018 तक 30 लाख घरों में बिजली पहुंचाएगी। इसके लिए सीएनटी-एसपीटी एक्ट में सरलीकरण किया जा रहा है। एक्ट में कोई छेड़छाड़ नहीं किया जाएगा। जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया को सरल बना कर स्कूल, सड़क, आंगनबाड़ी, ङ्क्षसचाई एवं बिजली पहुंचाने की गति को तेज किया जाएगा। वर्ष 2017 तक स्कूलों में लैब बनाने का लक्ष्य है।

अगले माह पलामू व दुमका में पहाडिय़ा बटालियन
नवंबर माह में सरकार दो पहाडिय़ा बटालियन का गठन करेगी जिसका एक मुख्यालय दुमका और दूसरा पलामू में होगा।

धर्म के नाम पर राजनीति करनेवालों से रहें सावधान
दुमका के लक्खीकुंडी में नवनिॢमत जौगर्स पार्क का उद्घाटन के बाद मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि वर्तमान दौर में भारत एक बार फिर से विश्व गुरु तभी बन सकता है जब हम अपनी धर्म, संस्कृति और परंपरा को अक्षुण्ण बनाए रखेंगे। हम सभी धर्मों का आदर करते हैं। धर्म के नाम पर राजनीति करनेवाले और समाज को खंडित करनेवालों से सावधान रहें। ग्रामीणों से कहा कि वे धर्म व संस्कृति की रक्षा करें। किसी भी सूरत में दलालों के चक्कर में नहीं पड़ें। ऐसे लोगों को चिह्नित करें और 181 पर इसकी सूचना दें ताकि सरकार उन्हें जेल भेज सके।

आदिवासियों के विकास के लिए करें काम
मुख्यमंत्री ने कहा कि जो लोग आदिवासी-मूलवासी के नाम पर राजनीति और नारेबाजी कर रहे हैं वे इसके बदले आदिवासी और मूलवासियों के विकास के लिए समर्पित होकर काम करें।

शिबू धर्मांतरण के घोर विरोधी
सिदो-कान्हु शौर्य स्मारक पार्क का उद्घाटन करते हुए मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि पार्क के विकास के लिए वे दुमका के सांसद शिबू सोरेन शिबू दा से बातचीत करेंगे। उनसे बेहतर व व्यक्तिगत संबंध हैं और उनके साथ काम भी किया है। शिबू सोरेन भी धर्मांतरण के घोर विरोधी है।

नीयत-नीति से बदलेगी गांव की तस्वीर : रघुवर

loksabha election banner

राजीव, आसनपहाड़ी। दुमका के काठीकुंड प्रखंड के आसनपहाड़ी गांव में गुरुवार को ग्राम सभा करने पहुंचे मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि महज नारे व वायदों से गरीबों का पेट नहीं भरता है। पेट भरने के लिए सही नीयत व नीति जरूरी है। केंद्र व राज्य सरकार की नीयत व नीति दोनों साफ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गांव के विकास को लेकर गंभीर हैं। यही वजह है कि केंद्र सरकार की प्राथमिकता में गांव का विकास है। रघुवर ने कहा कि गांव की तस्वीर विकास के जरिये ही बदली जा सकती है। पारदर्शिता व जवाबदेही के साथ प्रशासन में जनता की भागीदारी सुनिश्चित करना सरकार की प्राथमिकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू के दौर में तैयार बड़ी ङ्क्षसचाई परियोजनाओं को सफेद हाथी बताते हुए कहा कि इससे जनता को नुकसान ज्यादा व लाभ कम हुआ है। इसकी वजह से जनता को विस्थापन का दंश झेलना पड़ा है। दुमका के मसानजोर डैम का उदाहरण देते हुए कहा कि आज झारखंड का गांव डूब रहा है और इसका लाभ पश्चिम बंगाल ले रहा है।

आज में गरीबी व बेरोजगारी कांग्रेस व झारखंड नामधारी दलों की देन है। ग्राम सभा के दौरान एक युवती के आग्रह पर मुख्यमंत्री रघुवर दास ने आसनपहाड़ी को गोद लेने का एलान किया। साथ ही लगे हाथ उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने गांव को गोद तो ले लिया है लेकिन यहां के समग्र विकास की जिम्मेदारी ग्रामीणों को ही उठानी होगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.