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एक्ट में संशोधन बर्दाश्त नहीं

दुमका : धाíमक व सामाजिक विषय पर चर्चा करने के लिए रविवार को मांझी थान परिसर में रवींद्र टुडु की अध्य

By Edited By: Published: Mon, 26 Sep 2016 01:00 AM (IST)Updated: Mon, 26 Sep 2016 01:00 AM (IST)
एक्ट में संशोधन बर्दाश्त नहीं

दुमका : धाíमक व सामाजिक विषय पर चर्चा करने के लिए रविवार को मांझी थान परिसर में रवींद्र टुडु की अध्यक्षता में बैठक हुई। सदस्यों ने कहा कि एसपीटी व सीएनटी एक्ट का संशोधन की कोई आवश्यकता नहीं है। यह एक्ट विकास में बाधक नहीं है। इस नियम की वजह से ही राज्य में बड़े कारखाने खुले व पूरे राज्य में सड़क का जाल बिछा। विकास के नाम पर सदा से आदिवासी व गरीबों को बेघर किया जाता रहा है। राज्य में कई जगहों के विस्थापितों को न्याय नहीं मिला है। एक्ट में संशोधन बर्दाश्त नहीं करेंगे। कहा कि भोगनाडीह में सिदो कान्हु व उनके वंशजों को अपमानित किया गया है। इससे बड़ी दुखद घटना नहीं हो सकती है। इसे अंजाम देने वाले लोगों पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज कर उन्हें फांसी दी जाए। वहीं घायल वंशजों को तीन-तीन लाख रुपया मुआवजा दिया जाए। बैठक से पहले प्रार्थना की गई। मौके पर भैया हांसदा, सरदार हेम्ब्रम, बैजनाथ हांसदा, बाबूधन मुर्मू, शिशु सोरेन, नुनूलाल हेम्ब्रम, आलेश हांसदा आदि मौजूद थे।


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