लापरवाह रोजगार सेवकों पर गिर सकती गाज
दुमका : मनरेगा मजदूरों का बैंक खाता खोलने के मामले में जिले के 50 फीसदी पंचायतों का काम बेहद असंतोषज
दुमका : मनरेगा मजदूरों का बैंक खाता खोलने के मामले में जिले के 50 फीसदी पंचायतों का काम बेहद असंतोषजनक है। उपविकास आयुक्त की नसीहत पर भी अपेक्षाकृत सुधार नहीं है। कुछ पंचायत में तो बेहतर काम हुआ, लेकिन आधा से अधिक पंचायत रोजगार सेवक हम नहीं सुधरेंगे की तर्ज पर काम कर रहे हैं। खराब काम करने वाले पंचायत रोजगार सेवक अब डीडीसी की नजर में हैं। सितंबर माह के अंत तक यदि उनके काम में सुधार नहीं हुआ तो लापरवाह पंचायत रोजगार सेवक कार्रवाई के लिए तैयार रहेंगे।
जिले में कुल 206 पंचायत हैं। सरकारी फरमान के मुताबिक मनरेगा के जाबकार्डधारियों का बैंक में खाता खोलवा कर उसे आधार से जोड़ना है। जिससे उनकी मजदूरी का भुगतान बैंक एकाउंट में किया जा सके। इसके पीछे बिचौलिया प्रथा पर विराम लगाने का उद्देश्य है, लेकिन सरकार के इस मकसद को पूरा करने में पंचायत रोजगार सेवक ग्रहण बने हुए हैं। बैंक खाता खोलने की समय सीमा कई बार बढ़ानी पड़ी, लेकिन रोजगार सेवकों के काम की गति जस की तस है। वह लक्ष्य हासिल करने में कच्छप गति अपनाएं हुए हैं। अगस्त माह में उप विकास आयुक्त चितरंजन कुमार पंचायत रोजगार सेवकों को अपने कार्यालय कक्ष में बुलाकर सामूहिक रूप से सभी से शत प्रतिशत मनरेगा मजदूरों का बैंक खाता खोलवाने व उसे आधार से जोड़ने का निर्देश दिया था। डीडीसी ने पंचायत रोजगार सेवकों को कर्तव्य बोध कराते हुए उन्हें बड़े प्यार से समझाया था। डीडीसी को उम्मीद थी कि इसके बाद खाता खोलने के काम में तेजी आएगी और लक्ष्य को प्राप्त कर लिया जाएगा, लेकिन परिणाम आशा के अनुरूप नहीं आए। कुछ पंचायतों ने जहां बेहतर नतीजे दिए वहीं 50 फीसदी से अधिक पंचायतों ने उप विकास आयुक्त की आशाओं पर पानी फेर दिया। यानि उनके काम बेहद असंतोषजनक हैं।
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इन पंचायत का काम खराब
दुमका प्रखंड के कुरवा, परसिमला, गादिकोरिया, घासीपुर, जामा प्रखंड के तपासी, आसनसोल कुरुआ, थानपुर, सिकटिया, भूतोकोरिया, सिमरा, सरसाबाद, टेनधोबा, भैरवपुर, पलासी, नवाडीह, महूलबोना, बारा, शिकारीपाड़ा प्रखंड के कुशपहाड़ी, मोहुलपहाड़ी, पलासी, बरमसिया, शिकारीपाड़ा, शिवतल्ला, सोनाधाब, रामगढ़ प्रखंड के लखनपुर, पहाड़पुर, कोअम, बांद्रीजोरा, शिलथा ए, शिलथा बी, धनबाशा, पथरिया, कांजवे, भालसुमारा, धावा, बारामसलिया, भातुरिया ए, भातुरिया बी, सुसनिया, अमरपुर, दानरो, माहुबाना, मसलिया प्रखंड का हथियापाथर, बासकीडीह, कथलिया, रानीघाघर, दलाही, गोलबंधा, सरैयाहाट प्रखंड के काकानी, सरैया, करनपुरा, चादूबथान, बनियारा, दिग्गही, हंसडीहा, मटिहानी सहित 108 पंचायतों का काम संतोषजनक नहीं है।
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ये पंचायतें हैं अव्वल
मनरेगा मजदूरों का बैंक में खाता खोलने के मामले में चार पंचायतें जिले में ऐसी हैं जिन्होंने 100 प्रतिशत काम किया है। इन पंचायतों में दुमका प्रखंड का दुधानी, घात रसिकपुर, काठीकुंड प्रखंड का अस्ताजोरा तथा जामा प्रखंड का चहाकिलापाथर शामिल है। इन पंचायतों ने शत प्रतिशत मजदूरों का खाता खोला है। इसके अलावा जामा प्रखंड के नचनगढिया व रानेश्वर प्रखंड के असनाबानी पंचायत ने 99 प्रतिशत मजदूरों का खाता खोला है। इस तरह के एक दर्जन से अधिक पंचायतें ऐसी हैं जिन्होंने बेहतर कार्य किये हैं। उप विकास आयुक्त इन पंचायतों के कार्यों से बेहद खुश हैं। उन्होंने अच्छा काम करने वाले पंचायत रोजगार सेवकों की पीठ थपथपाई। उनका कहना था कि यदि इसी तरह सभी पंचायतें काम करें तो जिला आदर्श जिला के रुप में विकसित हो जाएगा।
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वर्जन..
मनरेगा मजदूरों का बैंक में खाता खोलने के मामले में अच्छा काम करने वाले रोजगार सेवक बधाई के मात्र हैं। लेकिन जिन पंचायत सेवकों का काम खराब है वह यदि 30 सितंबर तक अपने कार्यों में सुधार नहीं लाते हैं तो वह कार्रवाई के लिए तैयार रहे। उनकों काफी मौका दिया गया। काम में तेजी लाने के लिए समझाया बुझाया गया। फिर भी सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं तो अब सजा का समय आ रहा है। ऐसे पंचायत सेवक अब भुगतेंगे।
चितरंजन कुमार
उप विकास आयुक्त
दुमका