बारिश से तबाही, किशोरी की मौत
दुमका : चक्रवाती तूफान कोमेन के आने से पूर्व गुरुवार रात जिले में तेज हवा के साथ मूसलाधार बारिश से श
दुमका : चक्रवाती तूफान कोमेन के आने से पूर्व गुरुवार रात जिले में तेज हवा के साथ मूसलाधार बारिश से शहर की गलियां और नदी उफना गई। कई जगह पेड़ गिर गए। मसलिया में मकान गिरने से 14 वर्षीया किशोरी की मौत हो गई। बासुकीनाथ में रेलवे ट्रेक की मिट्टी धंस गई। रात से लेकर दोपहर तक शहर में अव्यवस्था बनी रही।
देर शाम करीब साढ़े आठ बजे से बारिश शुरू हुई। इसके बाद तेज हवा के साथ मूसलाधार बारिश होने लगी। करीब तीन घंटे तक ऐसी बारिश हुई कि पूरा शहर जलमग्न हो गया। शहर के सभी 22 वार्ड की गलियों में कमर तक पानी भर गया। कुमड़ाबाध में मयूराक्षी नदी का पानी सड़क के करीब आ गया। डीसी चौक के समीप पेड़ गिर जाने से आवागमन ठप हो गया। दोपहर बाद रास्ता खुला। इतना ही नहीं हवाई अड्डे की समीप चारों ओर पानी ही पानी नजर आ रहा था। एक दो जगह कच्चे मकान गिर गए।
दलाही-मसलिया प्रखंड के कुंजबोना गांव में दीवार गिरने से 14 वर्षीया किशोरी सुचित्रा कुमारी की मौत हो गई, जबकि उसकी 50 वर्षीया नानी सावित्री मरांडी घायल हो गई। दोनों एक साथ सोयी थीं। घायल को स्थानीय प्रशासन की मदद से सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। किशोरी का घर सुगापहाडी के नूतन तसरिया गांव में है। पिता की मौत के बाद अब घर में मां शकुंतला सोरेन व एक बेटा रोहित टुडू रह गया है।
इधर दुमका-जामताड़ा मुख्य मार्ग पर जामजोरी जोरिया पर बना डायवर्सन टूट जाने से आवागमन पूरी तरह से बाधित हो गया है। जिससे दुमका- जामताड़ा जाने वाली बसों का परिचालन ठप हो गया। डायवर्सन टूटने से रानीघाघर, उपरबांध, लहरजोरिया,आश्रम चपुड़िया, डोम कट्टा सहित कई गांवों का संपर्क मुख्यालय से टूट गया है। ग्रामीणों को भारी कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है।
बासुकीनाथ : जसीडीह -दुमका रेलवे लाइन के डाउनलुक के दो नंबर प्लेटफार्म के पास ब्रिज नंबर 85 में बारिश की वजह से रेलवे ट्रेक के नीचे से मिट्टी बह गई। लगभग 20 फीट दूरी तक रेलवे ट्रेक हवा में लटक गया है। रेल के मरम्मत विभाग के अभियंता मरम्मत करवा रहे हैं। हालांकि इससे ट्रेन की आवाजाही पर कोई असर नहीं पड़ा है। रेल के आवागमन के लिए एक नंबर प्लेटफार्म का उपयोग हो रहा है।
मसलिया : बारिश से हाड़ोरायडीह निवासी गौतम नाग का घर पूरी तरह से ध्वस्त हो गया। गनीमत है कि घर गिरने से पहले पूरा परिवार बाहर निकल आया था। गौतम ने रात को जैसे ही सोने के लिए तभी दीवारों में दरार पड़ने की आवाज आना शुरू हो गई। आवाज सुनकर परिवार डर के कारण बाहर निकल आया। पलंग, अलमीरा, टेलीविजन, तीन चौकी, एक क्विंटल चावल समेत करीब एक लाख का क्षतिग्रस्त हो गया। सभी पड़ोसी के घर आश्रय लिए हुए हैं। इसके अलावा जयंत दत्त व निताई नंदी के घर की दीवार ध्वस्त हो गई।