हावड़ा दुरंतो रोककर चलायी गई डबलडेकर
जागरण संवाददाता, धनबाद : अपने परिचालन के पहले दिन ही डबलडेकर को इंतजार करना पड़ा। जिस वक्त धनबाद से ह
जागरण संवाददाता, धनबाद : अपने परिचालन के पहले दिन ही डबलडेकर को इंतजार करना पड़ा। जिस वक्त धनबाद से हावड़ा के लिए खुलने वाली थी उसी वक्त डाउन में हावड़ा राजधानी पहुंच गई। इस वजह से ट्रेन को रोका गया और पहले राजधानी रवाना हुई। अभी राजधानी खुली ही थी कि चंद मिनटों में ही डाउन हावड़ा दुरंतो भी पहुंच गई। पांच घंटे से अधिक लेट होने से दुरंतो सुबह 7.45 में आयी थी। प्रीमियम ट्रेनों में शुमार होने के बाद भी इस ट्रेन को रोककर डबलडेकर को पहले रवाना किया गया। हालांकि सुबह 7.40 के बजाय ट्रेन 7.50 में खुली।
काफी प्रयास के बाद ट्रायल के रूप में चली डबलडेकर में यात्रियों की स्थिति से रूबरू होने डीआरएम मनोज कृष्ण अखौरी स्वयं पहुंचे थे। उन्होंने सफर करने वाले यात्रियों की संख्या की भी जानकारी ली। कुछ यात्रियों ने अपने सुझाव भी दिया जिसमें किराए में संशोधन मुख्य रूप से था। मौके पर सीनियर डीएमई कैरेज एंड वैगन आरडी मौर्य, डीसीएम एके पांडेय मौजूद थे।
10 मिनट लेट खुली, नौ मिनट लेट आयी
धनबाद से 10 मिनट लेट खुलने के कारण डबलडेकर अपने निर्धारित समय से लेट पहुंची। वापसी में भी इसका प्रभाव रहा और नौ मिनट लेट से धनबाद आयी।
628 सीटों वाली ट्रेन में महज 50 मुसाफिर
डबलडेकर में 628 एसी चेयर कार हैं। पर पहले दिन धनबाद से महज 50 यात्रियों ने ही बुकिंग करायी जो 10 फीसद से भी कम है। इतने कम यात्रियों के कारण इस ट्रेन के विस्तार पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं।
18 फेरों में एक दिन की भी बुकिंग संतोषजनक नहीं
धनबाद से हावड़ा के बीच डबलडेकर 18 फेरे लगाएगी। इन फेरों में एक दिन की भी बुकिंग संतोषजनक नहीं है। पहले दिन इस ट्रेन को 50 यात्री मिल गये, सोमवार से यह आंकड़ा 30 से भी कम है। यात्रियों का कहना है कि ट्रेन के परिचालन का समय पहले की तुलना में ठीक है, पर किराए में संशोधन होना चाहिए।