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जीटी रोड पर अब गोमांस की तस्करी

बरवाअड्डा : नेशनल हाइवे से पशु तस्करी के बाद अब गोमांस तस्करी का भी भंडाफोड़ हो गया है। यह भंडाफोड़ सो

By Edited By: Published: Tue, 28 Jun 2016 01:00 AM (IST)Updated: Tue, 28 Jun 2016 01:00 AM (IST)
जीटी रोड पर अब गोमांस की तस्करी

बरवाअड्डा : नेशनल हाइवे से पशु तस्करी के बाद अब गोमांस तस्करी का भी भंडाफोड़ हो गया है। यह भंडाफोड़ सोमवार को सुबह साढ़े छह बजे उस समय हुआ जब बरवाअड्डा कल्याणपुर के समीप एक 709 गाड़ी के अचानक पलटी गई और उसमें लदा लगभग छह हजार किलो मांस सड़क पर बिखर गया। ये मांस 120 बोरियों में भर कर रखा गया था। गो मांस सड़क पर बिखरा देखकर लोगों में आक्रोश पनपने लगा। इधर सूचना पाते ही बरवाअड्डा पुलिस पहुंची और मांस का नमूना जब्त करते हुए गो-मांस को कल्याणपुर सन्यासी बगान स्थित पचबरवा पुल के पास जमीन में दफन कर दिया।

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हाल ही में नेशनल हाइवे में पशु तस्करी को लेकर एक ऐसा बवाल मचा कि झारखंड पुलिस के इंस्पेक्टर उमेश कच्छप (तोपचाची थानेदार) तक की बलि इस प्रकरण में चढ़ गई। उनका शव थाने में फंदे से झूलता पाया गया था। इस प्रकरण में झारखंड के सीएम रघुवर दास तक को हस्तक्षेप करना पड़ा। इस प्रकरण में खाकी इस कदर बदनाम हुई कि बाघमारा के तत्कालीन डीएसपी मंजरुल होदा, इंस्पेक्टर डीके मिश्रा व दारोगा संतोष रजक को सीएम के निर्देश पर यहां से हटा कर रांची पुलिस केंद्र बुला लिया गया। इस प्रकरण की जांच कैबिनेट सचिव व एडीजीपी कर रहे हैं। अभी जांच रिपोर्ट सरकार को सौंपी नहीं गई है कि नेशनल हाइवे से गो-मांस की तस्करी की बात भी सार्वजनिक हो गई।

बरवाअड्डा कल्याणपुर के समीप सुबह करीब साढ़े छह बजे बीआर 0-2-7360 नंबर 709 वाहन अनियंत्रित होकर पलट गई। वाहन के पलटने के साथ ही उसमें लदा गो मांस सड़क पर बिखर गया। चालक व खलासी वाहन छोड़ कर फरार हो गए। मांस बोरियों में भरा था। ये बोरियां तकरीबन 120 थर्माकोल के बड़े पैकेट में रखे थे। गो-मांस को सुरक्षित ले जाने के लिए तस्करों ने बर्फ का भी प्रयोग किया था।

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गो-मांस दफनाने का ग्रामीणों ने किया विरोध :

गो-मांस को जमीन में दफन करने के लिए जब बरवाअड्डा पुलिस उसे लेकर पंचबरवा पुलिस के नीचे श्मशान घाट के पास पहुंची और जेसीबी के माध्यम से जमीन खुदाई शुरू की तभी वहां आसपास के ग्रामीण जमा हो गये। ग्रामीणों ने गो- मांस देख आपत्ति जतायी और वहां दफनाने का विरोध शुरू कर दिया। ग्रामीणों के विरोध पर पुलिस को वहां से हटना पड़ा। इसके बाद पुलिस पंचबरवा से थोड़ी दूर पर मांस को मिंट्टी के अंदर दफन कर दिया।

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एसपीसीए के अधिकारी के बयान पर होगा मुकदमा

बरवाअड्डा : गो- मांस बरामद होने को लेकर एसपीसीए के अधिकारी बरवाआड्डा थाना पहुंचे और अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने की तैयारी में जुटे हैं। एसपीसीए के चिकित्सक ने गो मांस का सैंपल भी लिया है। मालूम हो कि झारखंड में गो तस्करी व हत्या पर प्रतिबंध लगने के साथ पशु क्रूरता अधिनियम के तहत ऐसे अपराध रोकने के लिए एसपीसीए का गठन हुआ है। इसके लिए राज्य सरकार ने सभी जिले में एसपीसीए के पदाधिकारी प्रतिनियुक्त किये हैं। पशु तस्करी को लेकर सारे मुकदमा एसपीसीए के पदाधिकारी करते हैं।

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कछुआ तस्करी भी पकड़ में आई :

राजगंज में एक दिन पूर्व ही कछुआ तस्करी की बात भी सामने आ चुकी है। नेशनल हाइवे स्थित राजगंज के बरडार में सड़क किनारे 50 से भी अधिक कछुए मिले थे। दुर्लभ प्रजाति के इन कछुओं का वजन लगभग तीस किलो से अधिक था। माना गया कि धर पकड़ के संदेह में तस्कर कछुआ को सड़क किनारे छोड़ कर फरार हो गए थे।

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इसीलिए लगती है जीटी रोड के थानों की बोली

नेशनल हाइवे में पुलिस के जांच की यहां चर्चा जरूरी है। क्योंकि कुछ दिन पूर्व ही हरिहरपुर के तत्कालीन थानेदार संतोष रजक ने जांच से भागने वाले एक ट्रक चालक को गोली मार दी थी। बाद में खुलासा हुआ था कि ये गोली जांच के नाम पर होने वाली वसूली के उद्देश्य से चली थी। जीटी रोड के थानेदारों को उनकी हिस्सेदारी देकर किसी भी सामान की तस्करी की जा सकती है। धनबाद के दरोगा-इंस्पेक्टर इसी कारण जीटी रोड की थानेदारी के लिए 'पहुंच' से लेकर पैसे की बोली लगाते हैं।


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