आसमान में उड़ा डीएवी छात्रों का बनाया ड्रोन
जासं, धनबाद : थ्री इडियट में रणछोर दास छांछड़ यानी आमिर खान को ड्रोन उड़ाते आपने जरूर देखा होगा। शनिवा
जासं, धनबाद : थ्री इडियट में रणछोर दास छांछड़ यानी आमिर खान को ड्रोन उड़ाते आपने जरूर देखा होगा। शनिवार को कुछ ऐसा ही दृश्य डीएवी कोयला नगर का था, जहां नौंवी के बच्चों ने स्वविकसित ड्रोन उड़ाकर सभी को चौंका दिया। यहां प्रोजेक्ट तो कई थे, पर मौजूद अतिथि और स्कूली छात्रों की नजर बस ड्रोन पर टिकी रही। मौका था स्कूल परिसर में आयोजित विज्ञान प्रदर्शनी का। ड्रोन कैमरे को विकसित करने वाले छात्र मॉन्टी, अमन, सहर्ष, शुभोजित चौधरी, आकाश और अभ्युदय ने बताया कि थ्री इडियट फिल्म से प्रेरित होकर उन्होंने ड्रोन विकसित करने का मन बनाया और महज नौ दिनों के अल्प समय में ही प्रोजेक्ट तैयार कर लिया। आधुनिक कैमरे के उपर सोलर पैनल लगाया गया है जिससे आसमान में उड़ान भरने के दौरान वह चार्ज भी होता रहेगा। ज्वालामुखी, प्रदूषण का स्तर, जलवायु परिवर्तन की स्थिति को आसमान से देखने के उद्देश्य से इसे विकसित करने की बात कही।
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गुजरात से प्रेरित छात्रों ने विकसित की पवन ऊर्जा तकनीक
डीएवी महुदा के नौंवी कक्षा के बच्चों का इनोवेटिव आइडिया भी समाज के लिए उपयोगी है। रौनक अग्रवाल, अनिकेत अग्रवाल, आर्यन और कुणाल ने पवन ऊर्जा की तकनीक को प्रदर्श किया। टेबल पंखे की मदद से पवन चक्की को ऊर्जा प्रदान करने और उससे स्ट्रीट लाइट से लेकर आवासों में बिजली पहुंचाने की तरकीब साझा की। उन्होंने बताया कि शैक्षणिक भ्रमण के लिए गुजरात गए थे। वहां समुद्र तटीय इलाकों में पवन चक्की देखा था, जिससे प्रेरित होकर प्रोजेक्ट के रूप में चुना। उद्घाटन सिंफर के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. डीबी सिंह ने किया। कार्यक्रम में आइएसएम से डॉ. आलोक सिन्हा, बीसीसीएल से डी कुंडु, डीपीसी प्राचार्य डॉ. केबी भार्गव, डीएवी के उप प्राचार्य आरके सिंह, पीएन झा, एम प्रसाद व अन्य उपस्थित थे। स्कूली छात्रों ने यहां जलवायु परिवर्तन, थर्मल पावर प्लांट से कोयला उत्पादन, ऊर्जा संरक्षण, ग्लोबस वॉर्मिग, हरित ऊर्जा जैसे प्रोजेक्ट प्रदर्शित किया। पहले व दूसरे स्थान पर डीएवी कोयला नगर तथा तीसरे पर गुरु गोविंद सिंह पब्लिक स्कूल रहा।