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एयर होस्टेस पत्नी व बेटी को आठ दिन तक रखा कैद

जागरण संवाददाता, धनबाद : सरायढेला थाना क्षेत्र के कोलाकुसमा वीआइपी कॉलोनी में रहने वाली एक विवाहिता

By Edited By: Published: Wed, 25 Nov 2015 09:18 PM (IST)Updated: Wed, 25 Nov 2015 09:18 PM (IST)

जागरण संवाददाता, धनबाद : सरायढेला थाना क्षेत्र के कोलाकुसमा वीआइपी कॉलोनी में रहने वाली एक विवाहिता को खुद उसके पति द्वारा आठ दिन से कैद कर रखने का मामला प्रकाश में आया है। न सिर्फ पत्‍‌नी बल्कि अपनी 19 वर्षीय पुत्री को भी बंधक बनाकर रखा गया था। किसी तरह पत्‍‌नी ने सरायढेला थानेदार पीडी मेहरा को फोन पर मामले की जानकारी दी। इसके बाद पुलिस आवास गई और ताला तोड़ कर उसे बाहर निकाला गया। मां-पुत्री दोनों फिलहाल आसनसोल अपने एक रिश्तेदार के यहां चली गई। विवाहिता एयर इंडिया में एयर होस्टेस रही है।

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कोलाकुसमा की रहने वाली जयंती देवी ने बताया कि वह चेन्नई में एयर होस्टेस थी। इसी दौरान उसकी मुलाकात निताई नाग से हुई थी। दोनों में प्यार हुआ और दोनों ने 1993 में शादी कर ली। शादी के बाद भी बतौर एयर होस्टेस का काम करती थी। लेकिन हवाई जहाज से उतरने के दौरान हादसा हो गया, इस कारण वह काफी देर तक खड़ा रहने में अक्षम हो गई। वह पति के साथ कोलाकुसमा आ गई। विवाह के बाद से ही निमाई उस पर शक करता था। पति की प्रताड़ना के साथ भी जिंदगी गुजरने लगी। इसी दौरान एक बेटी का जन्म हुआ। बेटी अब कालेज छात्रा है और उसकी शादी चेन्नई में तय हो चुकी है। पिता उस शादी के भी खिलाफ था। कहीं दोनों मां-बेटी यहां से भाग न जाए और बेटी की शादी न हो जाए, उसने दोनों को घर में बंद कर दिया था। जयंती व पुष्पा के मुताबिक आठ दिन से दोनों को घर में बंद कर रखा गया था। निताई सिटी सेंटर में बतौर सेल्समैन काम करता है। वह सुबह जाने के समय दरवाजा बंद कर चला जाता था। काम से आता था तब घर का दरवाजा खोलता था। आठ दिन से यही चल रहा था और दोनों अपने ही घर में कैद होकर रह गई थीं।

ऐसे मिली मुक्ति : आसपड़ोस वालों को इस मामले की भनक लग चुकी थी। ऐसे में कहीं से जयंती को थानेदार का फोन नंबर मिल गया। उसने थानेदार को फोन कर मामले की जानकारी दी। तब थानेदार वहां गए और देखा कि वाकई में घर का ताला बंद है और दोनों लोग घर में कैद हैं। तब पुलिस ने आसपास के लोगों को बुलवाया। सबके सामने ही ताला तोड़ा गया। इसके बाद दोनों को बाहर निकाला गया। घर से निकालकर दोनों को थाने लाया गया। थाने में पुष्पा ने बताया कि उसकी मां को काफी प्रताड़ित किया जाता था। अक्सर उनके साथ पिता मारपीट करते थे, यदि वो बचाने जाती थी तो उसे भी पीटा जाता था। हालांकि दोनों ने थाने में किसी तरह की शिकायत दर्ज करने की बात से इंकार कर दिया। फिर वे लोग आसनसोल के लिए रवाना हो गए।

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पति के खिलाफ प्रताड़ित करने और घर में बंद कर रखने की सूचना पर पुलिस कोलाकुसमा गई थी। दोनों मां-बेटी को बंद घर से निकाल दिया गया है। फिलहाल दोनों ने मामले में किसी तरह की शिकायत थाने में नहीं की है।

पीडी मेहरा, थानेदार, सरायढेला


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