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आइएसएम बीटेक में 935 सीटों के लिए दाखिला शुरू

जासं, धनबाद : आइएसएम स्टूडेंट एक्टिविटी सेंटर में बीटेक के लिए सोमवार से सत्र 2015-16 के लिए नामांकन

By Edited By: Published: Mon, 27 Jul 2015 09:16 PM (IST)Updated: Mon, 27 Jul 2015 09:16 PM (IST)
आइएसएम बीटेक में 935 सीटों के लिए दाखिला शुरू

जासं, धनबाद : आइएसएम स्टूडेंट एक्टिविटी सेंटर में बीटेक के लिए सोमवार से सत्र 2015-16 के लिए नामांकन शुरू हो गया। शाम तक 495 छात्रों का दाखिला हुआ। पहले दिन 623 छात्रों का नामांकन होना था। हर संकाय में नामांकन के लिए अलग व्यवस्था की गयी है। नीचे माले में अभिभावकों के बैठने की जगह है। प्रथम तल में चिकित्सक व सदस्य छात्रों की स्वास्थ्य जांच कर रहे थे। नामांकन के बाद छात्रों को जेस्पर व छात्राओं को रूबी हास्टल भेजा गया।

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जेईई चेयरमैन प्रो. डी अस्थाना ने कहा बीटेक व दोहरी डिग्री के लिए 935 सीटें आवंटित हुई र्ह। आज 623 छात्रों को बुलाया गया था। मंगलवार को नामांकन प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। अगर सीट खाली रहती है तो रविवार को अन्य छात्रों का नामांकन होगा।

आठ चरण के बाद हुआ नामांकन

आइएसएम में नामांकन के लिए छात्रों को आठ चरण से गुजरना पड़ा जिसमें प्रमाणपत्रों की जांच, फीस का भुगतान, जेइइ एडवांस रिजल्ट की छायाप्रति, पहचानपत्र, लाइब्रेरी कार्ड, छात्रावास आवंटन आदि प्रक्रिया पूरी की गयी।

-- इन विषयों में हुआ दाखिला

बीटेक कंप्यूटर साइंस एंड इंजी., माइनिंग, इलेक्ट्रिकल, मेकेनिकल, इलेक्ट्रानिक्स एन कम्यूनिकेशन, पेट्रोलियम, कंप्यूटर साइंस एवं माइनिंग इंजीनिय¨रग डुअल डिग्री।

-- बैंकों ने बांटा करोड़ों का लोन

आइएसएम में नामांकन के दौरान एसबीआइ, बैंक ऑफ इंडिया व अन्य बैंकों ने स्टॉल लगाया है जहां छात्रों को शिक्षा ऋण दिया जा रहा है। एसबीआइ ने शून्य बैलेंस पर तीन सौ छात्रों का ऑनलाइन अकाउंट खोला। करीब दो करोड़ रुपये का शिक्षा ऋण वितरित किया गया।

-- आइएसएम बेहतर

आइएसएम में नामांकन को आए लखनऊ के उत्कर्ष, विदिशा मध्यप्रदेश के मयंक साहू, हरियाणा के सुब्रतो, छतीसगढ़ की निकिता, फरीदाबाद की शिवांगी ने कहा कि यहां प्रवेश मिलना गौरव की बात है। आइआइटी का टैग मिलने से इसकी गरिमा बढ़ गयी है।

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इनसेट

विधानसभा अध्यक्ष के पुत्र का नामांकन

आइएसएम बीटेक माइनिंग इंजी. में नामांकन के लिए विधानसभा अध्यक्ष दिनेश उरांव के पुत्र दीपक भी पहुंचे। उन्होंने कहा कि आइएसएम के बारे में बहुत कुछ सुनने के बाद यहां नामांकन को लेकर उत्सुकता थी। जेइइ एडवांस परीक्षा पास करने के बाद ऑनलाइन आवेदन किया था। रैंकिंग के आधार पर आइएसएम मिला। यहां माइनिंग इंजीनिय¨रग मिलना किसी भी छात्र के लिए बड़ी बात है। विस अध्यक्ष दिनेश उरांव भी उनके साथ थे।


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