दामोदर का अस्तित्व बचाने को पूजा-आरती
संवाद सहयोगी, पंचेत/मैथन : गंगा दशहरा महोत्सव के अवसर पर दामोदर बचाओ आंदोलन के तहत पंचेत डैम एवं मैथ
संवाद सहयोगी, पंचेत/मैथन : गंगा दशहरा महोत्सव के अवसर पर दामोदर बचाओ आंदोलन के तहत पंचेत डैम एवं मैथन डैम में दामोदर नदी की पूजा व आरती की गई। आंदोलन से जुड़े सदस्यों ने कहा की दामोदर नदी का अस्तित्व पर खतरा मंडरा रहा है। दामोदर नदी कुप्रबंधन और प्रदूषण के कारण ही संकट में है। दामोदर 290 किलोमीटर झारखंड सीमा से और 240 किमी बंगाल क्षेत्र में प्रवाहित होकर हुगली नदी में मिलती है। कोल इंडिया के सहायक कंपनियां सीसीएल, ईसीएल, बीसीसीएल व डीवीसी के इकाइयां बोकारो थर्मल, चंद्रपुरा थर्मल, दुर्गापुर थर्मल पॉवर प्लांट, बोकारो स्टील प्लांट, अशोका प्रोजेक्ट व झारखंड सरकार का पतरातू थर्मल पॉवर प्लांट द्वारा दामोदर के पानी को प्रदूषित किया जा रहा है। अब तो नदी का पानी आज पीने लायक नही है। नदी में मछलियां कम हो रही है तथा पानी में ऑक्सीजन की मात्रा घट रही है। नदी के माध्यम से जीविका उपार्जन करने वालों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। सदस्यों ने कहा कि जल्द और अभियान चलाकर दामोदर नदी को स्वच्छ रखने की पहल करेंगे। मौके पर पंचेत डैम में कृष्णालाल रुंगटा, जयराम साव, प्रशांत मोहन ¨सह, सुमेर ¨सह, सुब्रतो सेनगुप्ता, गोलक गोप, ओमप्रकाश ¨सह, बाप्पा मित्रा, सतीश प्रसाद, संजय ¨सह वहीं मैथन डैम में प्रोफेसर नरेश अम्बष्ठ, जिप सदस्य प्रशांत बनर्जी, अरुण राय, संजय सिहं, पंकज ¨सह, जयप्रकाश ¨सह, शम्भू ¨सह, उपेन्द्र राय, प्रदीप पासवान, कल्याण ¨सह, अमर साव, कृष्ण लाल रूंगटा, ¨रटू पाठक, निताई मंडल, मनोज मंडल, रविन्द्र साहनी, आइबी चौधरी,अनिल यादव, पवन कर्ण सहित दर्जनों लोग मौजूद थे।