घनुडीह प्रोजेक्ट में फिर भड़की आग
संवाद सहयोगी, तिसरा, झरिया : घनुडीह फायर प्रोजेक्ट में आग थामे नहीं थम रही है। गुरुवार को घनुडीह में
संवाद सहयोगी, तिसरा, झरिया : घनुडीह फायर प्रोजेक्ट में आग थामे नहीं थम रही है। गुरुवार को घनुडीह में गांधी चबूतरा छोर की ओर से तेजी से धुआं के साथ आग की लपटें निकलने लगीं। मौके पर परियोजना पदाधिकारी सत्येन्द्र कुमार, सुरक्षा प्रबंधक जीएल धुर्वे, प्रबंधक एस माजी पहुंचे। आग का निरीक्षण कर आसपास रहने वाले लोगों को आश्वासन दिया कि आग बुझाने के हर उपाय हो रहे हैं। इसमें और तेजी लायेंगे।
मालूम हो कि पूर्व में घनुडीह बस्ती छोर की ओर आग दहकी थी। बाद में भुइयां बस्ती की ओर आग भड़की। गुरुवार को इन दोनों बस्ती के बीच आग काले धुएं के साथ तेजी से निकलने लगी। सत्येन्द्र कुमार ने बताया कि जलते कोयले को निकाल कर ही इस पर फिलहाल काबू पा सकते हैं। इसकी कवायद कर रहे हैं। इस दौरान ग्रामीण शंभू नाथ राम, राजेश पासवान, विक्की ने प्रबंधन से जल्द आग पर काबू की अपील की। प्रबंधन ने कहा कि हर प्रयास कर रहे हैं।
ग्रामीण काम में न डालें बाधा, करें सहयोग:
परियोजना पदाधिकारी सत्येन्द्र कुमार ने बताया कि बुधवार की शाम नशे में धुत कुछ लोगों ने आकर आग बुझाने का काम बंद करा दिया था। पथराव भी किया था। हम लोगों ने तब काम बंद करा दिया था। गुरुवार को काम फिर शुरू कराया है। ग्रामीण काम में सहयोग करें। गुरुवार को टैंकर से आग प्रभावित जमीन पर पानी का छिड़काव किया गया। ताकि ड्रील करने में आसानी हो।
डिप्टी मेयर ने किया दौरा: जमसं नेता सह डिप्टी मेयर नीरज सिंह घनुडीह आये। लालटेनगंज घनुडीह पांच नंबर गये। लोगों से कहा कि यहां रहना असुरक्षित है। प्रबंधन और प्रशासन के पास कोई ठोस नीति पुनर्वास की नहीं है। उन्होंने प्रबंधन से कहा की कि यहां के लोगों को आसपास ही बसाया जाये। रोजगार भी दिया जाये। उपायुक्त से भी इस प्रकरण पर मिलेंगे। सोमवार को पुनर्वास व रोजगार की मांग कर सड़क जाम आंदोलन भी करेंगे। उनके साथ राजू राय, राजीव सिंह, राधेश्याम बाल्मीकि, गोपाल, सुजीत सिंह, दीपक साव, समर भुइयां, राजेश बाल्मीकि, अमृत महतो थे।
बंगाली कोठी में करें अस्थायी पुनर्वास : जीएम
बस्ताकोला जीएम पीके दुबे ने कहा कि बंगाली कोठी में घनुडीह के लोग अस्थायी पुनर्वास को जायें। जब जरेडा की ओर से आवास बन जायें तो वहां चले जायें। फिलहाल आग के खतरे से दूर लोग बस जायें। ताकि जान माल की सुरक्षा हो सके।
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पांडेयबेरा मार्ग में भू-धंसान: कुजामा पांडेयबेरा बस्ती मार्ग में गुरुवार को भू धंसान होने से हड़कंप मच गया। यह इलाका आग से प्रभावित है। स्थानीय लोगों ने बताया कि एक वर्ष पहले ही जोडि़या का रुख मोड़ने को ट्रेंच कटाई की गई थी। जोडि़या तो दूसरे रास्ते से नहीं निकली पर ट्रेंच खुदाई होने के कारण आक्सीजन भूमिगत आग को मिलने लगी। इसी कारण वह और भड़क गई। भू धंसान आग के कारण हुआ है। प्रबंधन यहां भराई का काम करे। मार्ग की मरम्मत कराये। कुजामा कोलियरी प्रबंधक यूके माजी ने बताया कि यह इलाका आग से प्रभावित है। इसलिये भू धंसान हो गया। हम तो पहले ही यहां के रहने वालों को हटने का नोटिस दे चुके हैं।