वातानुकूलित होंगी टाटा स्टील की खदानें : जीएम
संवाद सहयोगी, जामाडोबा, झरिया : देश को ऊर्जा की जरूरत है। मजदूरों को कठिन परिश्रम कर कोयले का उत्पाद
संवाद सहयोगी, जामाडोबा, झरिया : देश को ऊर्जा की जरूरत है। मजदूरों को कठिन परिश्रम कर कोयले का उत्पादन लक्ष्य और अधिक करना होगा। ताकि टाटा स्टील उद्योग को आयातित होने वाले कोयले से कम दर पर हम अपने देश के कोयले की आपूर्ति कर सकें। टाटा स्टील कंपनी जल्द अपनी खदानों को वातानुकूलित करेगी। इसके तहत सबसे पहले डिगवाडीह खदान में वातानुकूलन का काम होगा। उक्त बातें टाटा स्टील जामाडोबा ग्रुप के महाप्रबंधक कार्यालय में आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह में जीएम संजय कुमार सिंह ने कहीं।
कहा कि खदान के वातानुकूलन से मजदूरों को गरम फेस से निजात मिलेगी। सब कुछ ठीक रहा तो डिगवाडीह कोलियरी में सितंबर माह से इसका शुभारंभ होगा। छह सात पिट, सिजुआ, डिगवाडीह खदान मैन राइडर सिस्टम से लैस होगी। यहां भी खदान के अंदर मेट्रो जैसी ट्रेन जामाडोबा टू पिट खदान की तर्ज पर दौड़ेगी। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के भारत आगमन को व्यापार की दृष्टि से अच्छा संकेत कहा। प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत अभियान के सपने को साकार करने का आह्वान सभी से किया। जीएम ने निजी सुरक्षा गार्ड, एसआईएस जवानों की परेड का निरीक्षण कर सलामी ली। उत्कृष्ट काम करने वालों को सम्मानित किया। जामाडोबा में जल्द नई वाशरी का निर्माण होगा। राजेश मिश्रा, डॉ. बाल्मीकि कुमार, एसएस जामा, एनके पांडेय, आर के जैन, पिनाकी साहा, राजेश ठाकुर, मनोज सिंह समेत अनेक लोग थे।