बगैर महागठबंधन भाजपा को रोकना मुश्किल : जलेश्वर
जागरण संवाददाता, धनबाद : जदयू प्रदेश अध्यक्ष जलेश्वर महतो ने राज्य में भाजपा को सत्ता में आने से रोकने के लिए महागठबंधन की वकालत की है। उन्होंने कहा कि बगैर तालमेल के हम भाजपा को नहीं रोक सकते।
महतो ने सोमवार को भवानी परिसदन जेसी मल्लिक रोड में जदयू जिला कार्यसमिति की बैठक को संबोधित करते हुए महागठबंधन को समय की आवश्यकता करार दिया। उन्होंने कहा-जैसा बिहार में उप चुनाव के दौरान महागठबंधन बना वैसा ही झारखंड में बनना चाहिए। झामुमो, कांग्रेस, राजद और जदयू को मिलकर चुनाव लड़ना चाहिए। साम्प्रदायिक आधार पर मतों का धुर्वीकरण कर लोकसभा चुनाव में भाजपा पर पूर्ण बहुमत हासिल करने का महतो ने आरोप लगाया। कहा-अब तक बगैर मुस्लिम मतों के किसी भी पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिलती थी। भाजपा ने इस मिथक को तोड़ दिया है। इतना ही नहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 10-15 साल तक राज करने की बात कर अल्पसंख्यकों को चिढ़ा रहे हैं। भाजपा की चुनौती जदयू को स्वीकार है। महागठबंधन की राजनीति कर हम नया समाज बनाएंगे। आशंकित मुस्लिमों में सुरक्षा की भाव जगायेंगे।
प्रदेश उपाध्यक्ष छोटन सिंह ने महागठबंधन की स्थिति में धनबाद जिले की निरसा, सिंदरी और बाघमारा विधानसभा सीट पर जदयू उम्मीदवार खड़ा करने की वकालत की। कहा-तीनों सीट जदयू के हिस्से आए इसके लिए प्रदेश अध्यक्ष बातचीत के दौरान मजबूती दावा पेश करें। अध्यक्षता करते हुए जिलाध्यक्ष राजू कुमार सिंह ने कार्यकर्ताओं को चुनावी तैयारी में जुट जाने का आह्वान किया। संचालन रंगनायिका बोस ने किया। बैठक को हाजी हसीब खान, सभापति कुशवाहा, सुशील कुमार सिंह, रामस्वरूप यादव, सुरेंद्र प्रसाद, रामदेव चंद्रवंशी, प्रकाश नोनियां, नौशाद आलम, करमचंद बाउरी, मनोज कुमार गुप्ता, रवींद्र पांडेय, इंदर रविदास, शंकर विद्यार्थी, अवधेश महतो, आरएल बोस, राहुल महतो, राजेश यादव, केके झा, एलडी झा, इरफान करीम, शत्रुघ्न दुबे, विजय प्रताप सिंह, राजकुमार सिंह, राजू मल्लाह, पार्वती देवी, मदन चौहान आदि उपस्थित थे।
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मिशन आइएसएम टु आइआइटी को समर्थन
बैठक में सर्वसम्मति से 11 सूत्री प्रस्ताव पारित किया गया जिसमें मिशन आइएसएम टु आइआइटी का समर्थन, महागठबंधन में बाघमारा, निरसा, सिंदरी से चुनाव लड़ने की मांग, 24 घंटे बिजली-पानी की आपूर्ति, श्रमिक चौक से मटकुरिया एवं श्रमिक चौक से धनसार रोड के बीच फ्लाईओवर का निर्माण, विनोद बिहारी महतो विश्वविद्यालय का निर्माण आदि शामिल है।