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दर्जनों रेलकर्मियों से 90 लाख की ठगी

By Edited By: Published: Sun, 31 Aug 2014 10:34 PM (IST)Updated: Sun, 31 Aug 2014 10:34 PM (IST)
दर्जनों रेलकर्मियों से 90 लाख की ठगी

- कर्मचारी कल्याण समिति की आड़ में जमा कराई थी रकम

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- सेवानिवृत्ति के बाद भी राशि नहीं मिली तो थाने में गुहार

जागरण संवाददाता, धनबाद : रेलवे कर्मचारी कल्याण समिति की आड़ में दर्जनों रेलकर्मियों से 90 लाख रुपये से अधिक की ठगी का मामला प्रकाश में आया है। नौकरी के दौरान जमा की गई रकम जब इन कर्मचारियों को सेवानिवृत्त होने के बाद भी नहीं मिली तो मामले की शिकायत कुछ कर्मियों ने धनबाद थाने में की। पीड़ित मान रहे हैं कि आरोपियों ने वीआरएस ले ली है, इस कारण उनकी रकम अब और मुश्किल में फंस गई है। इन लोगों ने कार्रवाई के लिए डीसी और एसपी से भी शिकायत की है।

तमाल कृष्ण राय, अजंता पाड़ा (हीरापुर), भरत चंद्र मैती (भिश्तीपाड़ा), देव कुमार बोस (विनोद नगर) और तपन कुमार चटर्जी (हीरापुर) ने थाने में शिकायत की है। बताया कि जब वे लोग सर्विस में थे तब वॉच एंड वॉच कॉलोनी निवासी मो. गयासुद्दीन और पानी टंकी मनईटांड निवासी स्नेहजीत अधिकारी ने उनलोगों को बताया कि वे कर्मचारी कल्याण समिति, एसी प्लांट, मंडल रेल कार्यालय, धनबाद के नाम से चला रहे हैं। समिति में रेकरिंग और फिक्स्ड दो स्कीम चल रही हैं। दोनों में अलग-अलग ब्याज मिलने की बात कही। बताया कि जरूरत पड़ने पर समिति से ब्याज पर लोन भी मिलता है। इस पर विश्वास कर तमल राय ने 45 हजार, भरत चंद्र मैती ने 2 लाख 12 हजार, बेद कुमार बोस ने 40 हजार और तपन कुमार ने 40 हजार रुपये इन दोनों के पास जमा कर दिए। वर्ष 2013 में इनका भुगतान होना था, लेकिन भुगतान नहीं किया गया। रकम मांगने पर विभिन्न प्रकार के बहाने बनाए जाते रहे। 25 अगस्त को जब रकम मांगने ये लोग उनके घर पर गए तो बुरे परिणाम की धमकी दी गई। आरोप ये भी है कि उन लोगों ने लेखाजोखा वाला रजिस्टर भी गायब कर दिया है।

सेवानिवृत्ति लाभ लेकर भागने की तैयारी : कल्याण समिति की जाल में फंसे दर्जनों रेल कर्मचारी व सेवानिवृत्त लोग रविवार की शाम धनबाद थाने पहुंचे थे। इन लोगों का कहना था कि उक्त दोनों लोगों ने साजिश के तहत वीआरएस ले लिया है। अब सेवानिवृत्ति लाभ की रकम बटोर कर यहां से फरार होने वाले हैं। लोगों ने पुलिस से उनके खिलाफ जल्द से जल्द कार्रवाई की मांग की है।


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