टावरों से बैट्री लूटनेवाले गिरोह का भंडाफोड़
जागरण संवाददाता, धनबाद : धनबाद व आसपास के जिलों में मोबाइल टावर से बैट्री लूटने वाले गिरोह का पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। अब तक चोरी व लूटी गई 309 बैट्री बरामद करने में पुलिस ने कामयाबी पाई है। इनमें बगोदर टेलीफोन एक्सचेंज से चोरी गई 250 बैट्री भी शामिल है। इसके अलावा पुलिस ने दर्जन भर मामलों का उद्भेदन करते हुए गिरोह के दो लोगों को दबोचा है। बरामद बैट्री की कीमत करीब बीस लाख रुपय आंकी जा रही है। एसपी हेमंत टोप्पो ने गिरोह का भंडाफोड़ करने वाली टीम को रिवार्ड देने की घोषणा की है।
एसपी ने पत्रकारों से वार्ता के दौरान बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर राजगंज थाना प्रभारी राजदेव शर्मा और लोयाबाद थाना प्रभारी उमेश ठाकुर ने जीटी रोड में वाहन चेकिंग लगाई थी। इसी क्रम में डोमनपुर में बोलेरो जेएच21बी-9714 को जब्त किया गया। बोलेरो की तलाशी ली गई तो उसमें 53 मोबाइल टावर की बैट्री बरामद की गई। जामताड़ा निवासी बोलेरो चालक मो. अनवर को दबोचा गया। पूछताछ में चालक अनवर ने पुलिस को जानकारी दी कि तोपचांची थाना क्षेत्र के सिंगदाहा स्थित बोडाफोन के टावर से बैट्री चुरा कर मटकुरिया स्थित अजंता बैट्री के मालिक एकरामुल हक के यहां बिक्री के ले जा रहा था। इस सूचना पर पुलिस ने मटकुरिया स्थित अजंता बैट्री के यहां छापेमारी की। यहां से पुलिस ने बगोदर एक्सचेंज से चोरी गई 250 बैट्री बरामद कर ली। इसके अलावा धनबाद थाना के बारमुड़ी स्थित मोबाइल टावर से चोरी गई 6 बैट्री और बरामद की। अजंता बैट्री मालिक एकरामुल को भी दबोच लिया गया। एकरामुल ने पुलिस को बताया कि वह करीब पांच साल ये काम कर रहा था। वहीं पकड़े गए चालक अनवर ने बताया कि इससे पूर्व भी वह दो बार वह मटकुरिया में आकर चोरी गई बैट्री बेच चुका है। इधर पुलिस ने पूछताछ में खुलासा किया है इस गैंग में करीब दर्जन भर लोग शामिल हैं। पुलिस चंद्रपूरा निवासी नौशाद को गिरोह का सरगना बता रही है, उसकी तलाश में पुलिस टीम छापेमारी कर रही है।
बीमा के लिए भी करवाई थी झूठी चोरी :
मटकुरिया स्थित अजंता बैट्री का मालिक एकरामुल नया बाजार का रहने वाला है। एकरामुल के पास माइक्रोटेक कंपनी की एजेंसी भी है। कुछ दिन पूर्व उसने अपनी दुकान की दीवार कटवा दी थी और थाने में छह लाख रुपये की बैट्री चोरी होने की शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस की मानें तो अनुंसधान में चोरी की बात गलत निकली। बाद में पता चला कि बीमा राशि लेने के लिए एकरामुल ने चोरी की झूठी कहानी गढ़ी थी। इस कारण पुलिस ने मुकदमे को सअत्य करार दिया था।