Move to Jagran APP

मिटेंगी दूरियां, 2019 में देवघर से हवाई सेवा

देवघर : संताल परगना में विकास की यात्रा शुरू हो गयी है। 25 मार्च को देवघर एयरपोर्ट के विस्तार का लंब

By JagranEdited By: Published: Sun, 26 Mar 2017 01:01 AM (IST)Updated: Sun, 26 Mar 2017 01:01 AM (IST)
मिटेंगी दूरियां, 2019 में देवघर से हवाई सेवा

देवघर : संताल परगना में विकास की यात्रा शुरू हो गयी है। 25 मार्च को देवघर एयरपोर्ट के विस्तार का लंबे समय से चला आ रहा संघर्ष समाप्त हो गया। केंद्र व राज्य सरकार एवं डीआरडीओ के बीच त्रिपक्षीय एकरारनामा होते ही अंतरराष्ट्रीय पहचान रखने वाली बाबानगरी हवाई मार्ग से जुड़ने वाले शहर में शुमार होने को आगे कदम बढ़ा चुकी है। देवघर शहर में वैसे तो जहाज पहले भी उतर रहा था, लेकिन इससे यहां की जनता को कोई लाभ नहीं हो रहा था। पैसा रहते भी इलाके के लोग कम समय में यात्रा पूरी करने की सुविधा से वंचित थे। संकट के समय दूरियां कम नहीं हो पाती थी।

loksabha election banner

देश से जुड़ेगा शहर

द्वादश ज्योर्ति¨लग में एक बाबा बैद्यनाथ के दरबार में विदेशी भक्त, दिल्ली, मुंबई जैसे महानगर से भी आने की हिचकिचाहट अब नहीं होगी। एयरपोर्ट बनते ही 180 से 190 सीट वाले बड़े जहाज की यात्री सेवा यहां शुरू हो जाएगी। देवघर का आर्थिक पक्ष मजबूत होगा और एक बड़ा बाजार मिलेगा। देवघर जिला प्रशासन ने नागर विमानन विभाग को 600.34 एकड़ भूमि हस्तांतरित कर दिया है। केवल 18.13 एकड़ वन भूमि का मसला केंद्र सरकार के पास है, जो दो महीने के भीतर सुलझ जाएगा। कार्य आरंभ करने में कोई परेशानी नहीं है। सरकार ने देवघर जिला प्रशासन को कई आवश्यक निर्देश भी जारी कर दिया है।

दस हजार फीट होगा नया एयर स्ट्रिप

देवघर एयरपोर्ट का एयर स्ट्रिप संप्रति 3500 फीट है। विस्तारीकरण में प्रस्तावित स्ट्रिप के मुताबिक यह 10000 फीट हो जाएगा। अभी आठ सीटर जहाज एवं हेलीकाप्टर ही यहां उतर पाता था। लेकिन दो साल बाद जब एयरपोर्ट का विस्तारीकरण हो जाएगा, तब 190 सीटों वाला जहाज यहां नियमित रूप से उतरने लगेगा। नागर विमानन विभाग के अधिकारी के मुताबिक यहां मालवाहक जहाज भी उतरेगा।

ऐरो सिटी का हो रहा प्लान

एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया का प्लान है कि एयरपोर्ट संचालन में किसी तरह की आर्थिक परेशानी नहीं हो इसके लिए टाउनशिप बसाया जाए। ऐरो सिटी का प्लान किया जा रहा है। अथॉरिटी के अधिकारी ने देवघर में बैठक के वक्त कहा था कि ऐसी योजना आकार ले रही है। इसमें आवासीय बहुमंजिली इमारत, मॉल, रेस्टोरेंट होगा। हालांकि इस संदर्भ में देवघर जिला भूअर्जन पदाधिकारी ने कहा कि अभी तक ऐसा कोई प्लान नहीं आया है और न ही जमीन की मांग की गयी है।

वर्जन....

एयरपोर्ट से सटे देवघर-मधुपुर सड़क का विकल्प तीन महीने के भीतर तैयार कर लेने को कहा है। उपायुक्त अरवा राजकमल ने कहा कि एयरपोर्ट का कार्य शुरू होने का संकेत मिल चुका है। उम्मीद है कि इसका शिलान्यास भी जल्द हो जाएगा। अपर मुख्य सचिव ने देवघर-मधुपुर सड़क का विकल्प तीन महीने में निकालने को कहा है। काम शुरू होते ही इस सड़क पर आवागमन बंद हो जाएगा। जमीन तो पहले ही हस्तांतरित कर दी गई है।

अरवा राजकमल, उपायुक्त

------------

देवघर एयरपोर्ट विस्तारीकरण के बाद एयरस्ट्रिप की लंबाई दस हजार फीट हो जाएगा। उसके बाद 190 सीट की हवाई जहाज सेवा शुरू हो जाएगी। मालवाहक जहाज भी यहां उतरने लगेगा। जल्द ही सिविल वर्क शुरू होगा।

कैप्टन एसके सिन्हा, निदेशक, आपरेशन, नागर विमानन।

--------------------

देवघर एयरपोर्ट - एक नजर

. जमीन की आवश्यकता 650 एकड़

. 50 एकड़ में वर्तमान हवाई अड्डा

. 600.34 एकड़ जमीन नागर विमानन को हस्तांतरित

. रैयती भूमि 437.70 एकड़

. जमीन का कर दिया गया भुगतान

. सरकारी जमीन 144.51 एकड़

. वन भूमि 18.13 एकड़

-----------

इनसेट.....

एयरपोर्ट नहीं होता तो एम्स नहीं आता

देवघर : देवघर हवाई अड्डा के विस्तारीकरण में विस्थापित हुए 529 परिवार को पहले जमीन एवं मकान के बदले मुआवजा का भुगतान किया जा चुका है। भूमि अर्जन पुनर्वासन एवं पुन‌र्व्यवस्थापन 2013 के तहत 529 विस्थापित परिवार को 10.36 लाख का भुगतान किया जाएगा। प्रशासक देवघर हवाई अड्डा विस्तारीकरण ने यह आदेश जारी कर दिया है। भुगतान से पहले सभी को अपने मकान की चाबी सौंपनी है। एमओयू के बाद हुए वीडियो संवाद में अपर मुख्य सचिव व संबंधित पदाधिकारी की मौजूदगी में उपायुक्त को कहा गया कि वह सभी से मकान की चाबी ले लें तभी 10.50 लाख का भुगतान करें। सबके अलावा 700 वर्गफीट जमीन भी आवंटित किया जा रहा है। पहले 6.36 लाख के भुगतान का ही निर्णय लिया गया था लेकिन अब मकान सहित 10.36 लाख के भुगतान पर अंतिम निर्णय हुआ है। देवघर एयरपोर्ट के विस्तारीकरण को लेकर सांसद निशिकांत दुबे लगातार कई वर्षो से संसद से लेकर सरकार तक अपना पक्ष व क्षेत्र की समस्या से इसके आने से मिलने वाले निजात की आवाज बुलंद करते रहे। आज एयरपोर्ट स्वीकृत नहीं हुआ होता तो एम्स की परिकल्ना नहीं की जा सकती थी। केंद्रीय टीम ने सरकार से पूछा था कि यह कब तक पूरा हो जाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.