Move to Jagran APP

स्कूलों में 210 शौचालय का निर्माण अधूरा

सारठ (देवघर) : सरकार जहां एक तरफ स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत मिशन के तहत विद्यालयों में शौचालय निर्माण प

By Edited By: Published: Fri, 02 Dec 2016 08:40 PM (IST)Updated: Fri, 02 Dec 2016 08:40 PM (IST)

सारठ (देवघर) : सरकार जहां एक तरफ स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत मिशन के तहत विद्यालयों में शौचालय निर्माण पर जोर दे रही है वहीं विभागीय अधिकारी सरकार की मंशा पर पानी फेरने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं। इसकी बानगी प्रखंड के 210 विद्यालय में ईसीएल चितरा के सीएसआर फंड से बनाया गया शौचालय है जो अधिकारियों की लापरवाही का नायाब नमूना है। प्रखंड के उत्क्रमित विद्यालय देवली, प्राथमिक विद्यालय गंगापुर, प्राथमिक विद्यालय कुकराहा, उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय सनुडीह, प्राथमिक विद्यालय तेतरियाटांड़, मध्य विद्यालय सबैजोर, उत्क्रमित मध्य विद्यालय बोड़वा, मध्य विद्यालय कपसा, उत्क्रमित मध्य विद्यालय देवघरबाद, उत्क्रमित मध्य विद्यालय पकरिया उर्दू समेत करीब 210 विद्यालय ऐसे हैं जहां उक्त फंड से शौचालय बनाया गया है। ताकि छात्र छात्राओं को विद्यालय में कोई असुविधा न हो। इनमें से एक भी शौचालय का उपयोग छात्र-छात्रा नहीं कर पा रहे हैं। अधिकांश शौचालयों में ताला जड़ा हुआ है।

loksabha election banner

क्या कहते हैं बीईईओ

बीईईओ रामेश्वर मंडल ने बताया कि प्रखंड के विभिन्न विद्यालयों में छात्र-छात्राओं के लिए शौचालय का निर्माण ईसीएल चितरा व पीएचईडी विभाग द्वारा कराया गया है। यह अभी तक अधूरा है। इसकी सूचना जिले को दे दी गई है।

वहीं पीएचईडी कार्यपालक अभियंता प्रदीप कुमार चौधरी ने कहा कि विभाग द्वारा शौचालय का निर्माण करा दिया गया है। शौचालय में मोटर पंप व सोलर प्लेट लगाना बाकी है। इसके लिए जिला प्रशासन को लिखा गया है।

--------

सीएसआर फंड के तहत विभिन्न विद्यालयों में शौचालय का निर्माण कराने के लिए राशि पीएचईडी विभाग को दे दी गई थी। गुणवत्ता के साथ निर्माण कार्य व सभी शौचालयों में पानी की व्यवस्था भी करनी है। ऐसे में दायित्व का निर्वहन जिला के पदाधिकारी को करना है।

चितरा कोलियरी महाप्रबंधक, पीके ¨सह


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.