नवनियुक्त शिक्षकों के प्रमाणपत्र की होगी जांच
देवघर : इंटर व स्नातक प्रशिक्षित सभी 599 नवनियुक्त शिक्षकों के शैक्षणिक व प्रशैक्षणिक प्रमाण पत्रों
देवघर : इंटर व स्नातक प्रशिक्षित सभी 599 नवनियुक्त शिक्षकों के शैक्षणिक व प्रशैक्षणिक प्रमाण पत्रों के अलावा अन्य कागजातों की जांच स्थानीय स्तर पर भी की जाएगी। इसके लिए उपायुक्त के निर्देश पर छठ सदस्यीय जांच दल का गठन किया गया है। जिसमें उप विकास आयुक्त अध्यक्ष व जिला शिक्षा पदाधिकारी सदस्य सचिव के अलावा राष्ट्रीय नियोजन कार्यक्रम के निदेशक, स्थापना उपसमाहत्र्ता, सिविल सर्जन व जिला सूचना विज्ञान पदाधिकारी सदस्य के रूप में शामिल हैं।
जांच प्रक्रिया शुरू : प्रमाण पत्रों के जांच की दिशा में कार्रवाई शुरू कर दी गई है, इस बाबत सदस्य सचिव सह डीईओ उदय नारायण शर्मा ने कमेटी की अध्यक्ष सह उप विकास आयुक्त मीना ठाकुर को पत्र लिखकर जांच के लिए आवश्यक संसाधनों की मांग की है। जांच के लिए समाहरणालय या विकास भवन में एक कार्यालय कक्ष के अलावा एक वरीय लिपिक, चार कनीय लिपिक, चार कंप्यूटर आपरेटर के साथ उपलब्ध अभिलेखों को सुरक्षित रखने के लिए आलमारी तथा बैठने के लिए आवश्यक व्यवस्था की मांग की गई है। जांच के त्वरित निष्पादन के लिए प्रमाण पत्रों का समेकित विवरणी संस्थावार बनाने का भी सुझाव दिया है। इसके अलावा संबंधित संस्थान से जांच के लिए कुछ प्रशासी पदाधिकारियों को भी प्राधिकृत करने की भी बात कही गई है।
डीएसई से मांगे गए अभिलेख : डीएसई को भी इस संबंध में पत्र दिया गया है, साथ ही आवश्यक अभिलेख अगले चार दिन में उपलब्ध कराने संबंधी निर्देश डीएसई को दिए जाने की बात डीडीसी से कही गई है। इसके अनुसार नियुक्त सभी अभ्यर्थियों डाटाबेस अलग-अलग हार्ड व साफ्ट कॉपी, चयनित एवं कार्यरत अभ्यर्थियों की सूची अलग-अलग, डीएसई कार्यालय से निर्गत नियुक्ति पत्र की मूल या अभि प्रमाणित छायाप्रति, सभी नौ काउंसलिंग में भाग लेने वाले अभ्यर्थियों की सूची, काउंसलिंग पंजी सहित अलग-अलग प्रत्येक काउंसलिंग की सूची व मूल पंजी सहित अन्य अभिलेख व कागजात की मांग की है। इसके अलावा यह भी कहा गया है कि आगे अन्य अभिलेखों की भी जरूरत पड़ सकती है।