श्रावणी मेला में अब नहीं होगा वीआइपी दर्शन: रघुवर
मुख्यमंत्री रघुवर दास ने देवघर परिसदन में रविवार को कहा कि श्रावणी मेले में अब किसी प्रकार का वीआइपी दर्शन नहीं होगा, इस बात से सभी विभाग व न्यायाधीशों को भी आग्रह पूर्वक वाकिफ करा दिया जाएगा।
देवघर। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने देवघर परिसदन में रविवार को कहा कि श्रावणी मेले में अब किसी प्रकार का वीआइपी दर्शन नहीं होगा, इस बात से सभी विभाग व न्यायाधीशों को भी आग्रह पूर्वक वाकिफ करा दिया जाएगा। मेले के दौरान किसी प्रकार का कोई टोल टैक्स भी नहीं होगा। कहा कि पर्यटन के रास्ते राज्य की तकदीर बदली जा सकती है।
देवघर को विश्व विख्यात नगरी के रूप में विकसित किया जाएगा ताकि रोजगार ही नहीं यहां विदेशी मुद्रा भी आए।
श्राइन बोर्ड की बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले साल की गलतियों को देखते हुए इस बार स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि बेहतर से बेहतर इंतजाम करें ताकि कांवरियों को कोई असुविधा नहीं हो।
सावन से पूर्व देवघर व बासुकीनाथ को दूधिया रोशनी से नहा देने का निर्देश दिया गया है ताकि यात्री आएं तो एक सुखद अहसास लेकर जाएं। शहर ही नहीं चौक चौराहों पर लगे हाईमास्ट लाइट में भी एलइडी बल्ब लगाए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने सिविल डिफेंस की चर्चा करते कहा कि राज्य के सभी उपायुक्तों से कहा गया है कि वह एक एक सौ ऐसे कार्यकर्ता तैयार करें जो किसी भी आपदा की घड़ी या मेला, महोत्सव में सहयोग को तैयार रहें। श्राइन बोर्ड व मंदिर प्रबंधन बोर्ड के सवाल पर कहा कि यह अभी न्यायालय में है, लेकिन जल्द ही इस पर निर्णय आएगा। परिसदन में आयोजित बैठक में मंत्री राज पलिवार, सांसद निशिकांत दुबे, सीएस राजबाला वर्मा, डीजीपी डीके पांडेय, विधायक नारायण दास, बादल पत्रलेख, सचिव पीएचईडी एपी सिंह, एमडी राहुल पुरवार, सीएम के सचिव सुनील वर्णवाल, आयुक्त संताल परगना बालेश्वर सिंह, डीसी अरवा राजकमल, डीसी दुमका राहुल कुमार सिन्हा, एसपी ए विजया लक्ष्मी, संयुक्त सचिव पर्यटन, स्वास्थ्य एवं अन्य मुख्य रूप से थे।