नये भवन में शिफ्ट होगा सदर अस्पताल
देवघर : सदर अस्पताल की लचर व्यवस्था, आए दिन उत्पन्न हो रही मरीज वार्ड की समस्या व अन्य प्रबंधन को दे
देवघर : सदर अस्पताल की लचर व्यवस्था, आए दिन उत्पन्न हो रही मरीज वार्ड की समस्या व अन्य प्रबंधन को देखते हुए राजकुमारी कुष्ठाश्रम में बने नए भवन में सदर अस्पताल को शिफ्ट करने का समय आ गया है। प्रशासन ने 30 अप्रैल तक सदर अस्पताल को हस्तांतरित करने का समय सीमा तय किया है। झारखंड विधानसभा की आवास एवं सुविधा समिति ने भी यह माना कि स्वास्थ्य विभाग में भवन निर्माण का एक बड़ा खेल चल रहा है। इंजीनियरिंग सेल भवन बनाने का जिम्मा पूरा कर लेता है, लेकिन शिफ्टिंग की बात आती है तो कई बहाने सामने होते हैं। देवघर सदर अस्पताल का नया भवन बनकर तैयार हुए साल गुजर गए। वर्तमान अस्पताल में 50 बेड की सुविधा रही, अब यह दोगुनी हो गयी है। नया सदर अस्पताल 100 बेड का होगा।
साधन होगा, मानव संसाधन वही
सरकार ने नया सदर अस्पताल तो बना दिया। यह एक अच्छा प्रयास है क्योंकि शहर अंतरराष्ट्रीय है। प्रतिदिन हजारों लोग यहां आते हैं। उस अनुरूप सुविधा की बात लाजिमी है। पचास बेड के अस्पताल में जितने मानव संसाधन की स्वीकृति थी सौ बेड के अस्पताल में भी उतने ही चिकित्सक, एएनएम एवं अन्य स्टाफ होंगे। यानि सरकारीकरण का रूप दिखता रहेगा, भवन की भव्यता दिखेगी।
ओटी में कब लगेगा उपकरण
नया भवन में चार ऑपरेशन थियेटर बनाए गए हैं। उपकरण अब तक नहीं लगा है जबकि श्रावणी मेला के पूर्व निरीक्षण करने पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री ने सिविल सर्जन से कहा था कि शिफ्टिंग की तैयारी करें। बात आयी और चली गयी।
डीपीसी से मिलेगी शिफ्टिंग राशि
अस्पताल का भवन तो आवंटन के अवरोध के कारण 2015 में पूरा हुआ। वहीं चार साल पूर्व चिकित्सकों के रहने का क्वार्टर बना दिया गया। जो अब देखने से ही जर्जर लगता है। स्टाफ क्वार्टर में कुछ लोग रह रहे हैं सो उसकी उपयोगिता समझ में आ रही है। शिफ्टिंग के लिए जो प्रस्ताव व डिमांड विभाग को सिविल सर्जन की ओर से भेजा गया है उसमें पुराने अस्पताल से नया भवन में सामानों के ढुलाई का खर्च। चार ऑपरेशन थियेटर में उपकरण लगाने का उपकरण आपूर्ति कराया जाए अथवा उसकी राशि आवंटित की जाए। सो, तकरीबन दो करोड़ का डिमांड किया गया है। कई बार पत्राचार के बाद भी अब तक कोई जवाब नहीं आया है। लेकिन जिला योजना समिति की बैठक में प्रस्ताव पारित किया गया कि सदर अस्पताल को हर हाल में नए भवन में ले जाना है। शिफ्टिंग कराने में आने वाले खर्च के लिए सीएस को पत्र भी दे दिया गया।
उपायुक्त ने जारी किया पत्र
उपायुक्त के प्रभार में रूटीन वर्क कर रहे उप विकास आयुक्त मीना ठाकुर ने सिविल सर्जन को पत्र लिखकर अप्रैल महीना के अंत तक राजकुमारी कुष्ठाश्रम स्थित नए भवन में सदर अस्पताल को हस्तांतरण करने को निर्देश दिया है। कहा गया है कि 23 जनवरी को जिला योजना समिति की बैठक में इस आशय का निर्देश प्रभारी मंत्री की मौजूदगी में दिया गया था। सो, यथाशीघ्र इसे पूर्ण करते हुए तीन दिन के भीतर रिपोर्ट करें।
एक नजर इन पर
. 21 चिकित्सक का पद स्वीकृत
. 13 डाक्टर पदस्थापित
. ए ग्रेड की नर्स की कमी
. एएनएम भी स्वीकृत से कम
. एनआरएचएम के फंड से लग रहा ट्रांसफार्मर
. बोरिंग हुई पर वाटर डिस्चार्ज कम
. अस्पताल तक जाने का रास्ता भी नहीं बना
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सुविधा में होगा इजाफा
. अस्पताल प्रांगण में सारी सुविधा
. मातृ शिशु कल्याण केंद्र
. सुदृढ़ प्रसव गृह
. ओपीडी का अलग अलग तीन यूनिट