विवि बनने की दिशा में एक कदम और
देवघर : बहुत हद तक संभावना है कि आने वाले दिनों में देवघर महाविद्यालय, विवि में तब्दील हो जाए। मह
देवघर : बहुत हद तक संभावना है कि आने वाले दिनों में देवघर महाविद्यालय, विवि में तब्दील हो जाए।
महाविद्यालय प्रशासन ने इस दिशा में एक और फासला तय किया है। पिछले वर्ष महाविद्यालय प्रशासन के प्रयास से नैक की ओर से कॉलेज को बी ग्रेड की मान्यता दी गई। इसके बाद कॉलेज की ओर से उत्कृष्टता की संभावना की श्रेणी के लिए प्रस्ताव भेजा गया है।
स्वीकृति मिलने पर क्या होगा: महाविद्यालय के इस प्रस्ताव को स्वीकृति मिली तो देवघर कॉलेज को उत्कृष्ट बनाने के लिए यूजीसी की ओर से अनुदान दिया जाएगा। इसके बाद स्वायत्तशासी कॉलेज की मान्यता और फिर विवि। हालांकि समय लगेगा लेकिन इस दिशा में कुछ दूरी तय की जा चुकी है। महाविद्यालय प्रशासन की ओर से प्रस्ताव विवि को भेजा गया है, इसके बाद एक कमेटी इस प्रस्ताव के स्वीकृति के लिए यूजीसी से अनुशंसा करेगी। इस कमेटी में सिदो कान्हू मुर्मू विवि के कुलपति के अलावा कुलसचिव व दो अन्य विवि के कुलपति रहते हैं।
अर्हता पूरी करता है देवघर कॉलेज: उत्कृष्टता की संभावना की श्रेणी में उन्हीं महाविद्यालयों को रखा जा सकता है, जिसे नैक ने कम से कम बी ग्रेड की मान्यता दी हो। स्थायी प्राचार्य हो और महाविद्यालय कम से कम दस साल पुराना हो। उक्त सभी शर्तो को महाविद्यालय पूरा कर रहा है।
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उत्कृष्टता की संभावना की श्रेणी के लिए प्रस्ताव विवि को भेज दिया गया है। इस श्रेणी के लिए महाविद्यालय सभी अर्हताओं को पूरा कर रहा है।
- डॉ. सीताराम सिंह, प्राचार्य, देवघर महाविद्यालय